इस दौरान ग्रामीण द्वार-द्वार पर मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना के साथ भाव भिनी विदाई दी गई।माँ लक्ष्मी की प्रतिमा को टैक्टर में स्थापित किया गया था। टैक्टर के आगे जोत ज्वारा, डांग-डोरी व पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ माता सेवा मंडली द्वारा सेवा गीत गया जा रहा था,वही दर्जनों भक्त माता की भक्ति में लीन होकर झुपने लगे थे ,जिसको ग्राम के बैगा द्वारा हुम् धूप देकर शांत कराया गया।ऐसे कई भक्तो ने माँ लक्ष्मी के सामने झुपते हुए तलाब तक जा पहुचे जहा उन्हें भी शांत कराया गया।ग्राम में माँ लक्ष्मी की प्रतिमा को भ्रमण करवाने के बाद जयकारा लगाते हुए तालाब पहुंचकर पंडित द्वारा मंत्रोउच्चारण कर विधि विधान व् आरती के साथ विसर्जन किया गया। इस दौरान धनराज गजपाल, भुखन लाल श्रीवास्तव,कमलेश श्रीवास्तव,अब्रेश हिरवानी,चंद्रेश हिरवानी,दिनेश गजपाल, ,संतोष पटेल, लालजी,लिखन साहू,विक्की भारदाज, श्याम लाल साहू,राजू साहू, बरातू साहू,बैगा नंदकुमार साह, अभिजीत श्रीवास्तव,हेमंत साहू,तोमन साहू,चंद्रेश साहू, छबिल साहू,देवेंद्र साहू,सोनल भारद्वाज,भेष साहू,पीयूष साहू,अमोल साहू, ओंकार भारद्वाज सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाए ,पुरुष व् बच्चे उपस्थित शामिल रहे।