सूरजपुर । सूरजपुर जिले में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की घर का दरवाजा तोड़कर धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।आदतन अपराधी आरोपी कुलदीप साहू ने घर में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी कुलदीप साहू कांग्रेस का जिला महामंत्री भी बताया जा रहा है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी द्वारा लाश को घर से करीब 5 किलोमीटर दूर खेत में फेंक दिया गया।शव अर्धनग्न हालत में मिले हैं। घटना के बाद आरोपी को पकड़ने गई पुलिस द्वारा गाड़ी से भाग रहे आरोपी का पीछा किया गया। बताया जा रहा है की आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की इसके बावजूद आरोपी भागने में सफल हो गया। घटना से गुस्साए नगरवासियों ने शहर बंद कर दिया और आरोपी कुलदीप साहू के घर और गोदाम के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हालांकि घटना से पहले ही आरोपी के घरवाले कहीं चले गए थे। भीड़ ने SDM जगन्नाथ वर्मा से भी मारपीट की गई। एसडीएम जगन्नाथ वर्मा को दौड़ा-दौड़ा कर मारपीट करने का प्रयास किया गया। शहर बंद कराकर सूरजपुर थाने का घेराव किया। तनाव की स्थिति को देखते हुए शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इससे पहले आरोपी द्वारा रात में ही एक आरक्षक के ऊपर खौलता हुवा तेल से हमला किया गया था जिसे मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रैफर किया गया है।
घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी कुलदीप साहू द्वारा कोतवाली थाना के सामने प्रधान आरक्षक तालिब शेख और प्रधान आरक्षक उदय सिंह को कार से कुचलने की कोशिश भी किया गया था।
इस हत्याकांड पर डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान भी सामने आया है उनका कहना है कि
प्रशासन अपनी कार्रवाई कर रही है,जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर निश्चित रूप से करवाई किया जाएगा,किसी को भी कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।
इसी मामले पर पूर्व मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया का कहना है कि पहले भी बदमाश उनके घर में घटना कर चुका था,छत्तीसगढ़ में यदि पुलिस सुरक्षित नहीं है,ऐसे कानून व्यवस्था की स्थित क्या है यह सोच सकते हैं,जनता ने जनादेश दिया है तो सरकार को उसका सम्मान करना चाहिए,बहुत से अक्षम लोग बैठे हैं, जो निर्णय लेने में सक्षम नहीं है,कभी सांप्रदायिकता, कभी साहू- सतनामी समाज को लड़ाया जा रहा है।