बालोद – एक ओर जहां शासन द्वारा वृद्धजनों को निराश्रित राशि देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का दावा किया जाता है तो वहीं दूसरी ओर वृद्धजनों को मिलने वाली इस राशि का गबन पंचायत के जिम्मेदार कर रहे हैं। ताजा मामला बालोद जिले से निकलकर सामने आया है।जिले के डौंडी विकासखण्ड के ग्राम अड़जाल के करीब 22 वृद्धजनों का 15 माह से उन्हें निराश्रित राशि नहीं मिला है।
आज जनदर्शन में पहुंचे ग्राम अड़जाल के ग्रामिणो ने बताया की वे सामाजिक सुरक्षा पेंशन (निराश्रित पेंशन) के लाभान्वित हितग्राही है जिन्हे माह जुलाई 2023 से सितंबर 2024 तक कुल 15 माह का 22 वृद्धजनों को निराश्रित राशि नहीं मिला है। जब इस मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच देवेंद्र सिंद्रामें से बात करने पर वे कहते हैं की पूर्व सचिव ओमेश कुमार भूआर्य राशि का भुगतान करेंगे वही जब पूर्व सचिव ओमेश कुमार भूआर्य से बात करते है तो वे ग्राम पंचायत के सरपंच देवेंद्र सिंद्रामें को राशि देने की बात करते है। इस प्रकार दोनो व्यक्तियों के द्वारा लगातार टालमटोल कर हमारी निराश्रित राशि का भुगतान पिछले 15 माह से नही किया गया है।
दरअसल इन हितग्राहियों को उनके बैंक खाते में राशि मिलने के बजाए पंचायत के सरपंच व सचिव के माध्यम से नगदी रकम दिया जाता है। जो बीते 15 माह से इन्हें नहीं मिला है।हितग्राहियों ने कलेक्टर से शिकायत किया है और उन्हें निराश्रित राशि दिलाने की मांग की है। हितग्राहियों को मिलने वाली राशि को ग्राम पंचायत सरपँच और सचिव द्वारा गबन करने का आरोप लगा है।