बालोद।बालोद छग में सीमेंट के दामों में 50 रुपए वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस ने छग और केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते नजर आए।मामले में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा की विष्णुभोग के लिए 50 रुपए प्रति बोरा अतिरिक्त दाम वसूला जा रहा है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जनता को लूटने की खुली छूट मिल गई है। मामले पर संजारी बालोद विधायक ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि सीमेंट के दामों में वृद्धि का विरोध खुद भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री और सांसद बृजमोहन अग्रवाल कर चुके है।ऐसे समझ नही आ रहा की यहां की सरकार को कौन चला रहे है।पूरे मामले को लेकर कांग्रेस जहां भाजपा पर हमलावर है वही सीमेंट के दामों में वृद्धि का असर पीएम आवास योजना पर भी पड़ने की बात कही।कांग्रेस ने पूछा जब पीएम आवास का स्टीमेट पुराने दामों पर बना है..सीमेंट के दामों में बेतहासा वृद्धि के बाद गरीब लोग पीएम आवास कैसे बना पाएंगे।वही कांग्रेस ने इस पत्रकारवार्ता के माध्यम से बढ़ते महंगाई और आवश्यक चीजों के दामों में हुई वृद्धि को कम करने की मांग करते हुए बोले की यदि सरकार उनकी मांगों को अनदेखी करेगी तो कांग्रेस आने वाले दिनों में इसके लिए सड़क की लड़ाई लड़ेगी।
महंगे दामों पर सीमेंट खरीदने के लिए मजबूर कर रही है भाजपा सरकार
चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि सीमेंट उत्पादन के लिए तमाम कच्चा माल, लाइमस्टोन हमारा, कोयला हमारा, जमीन हमारी, बिजली हमारी और हमें ही महंगे दामों पर सीमेंट खरीदने के लिए मजबूर कर रही है भाजपा सरकार। छत्तीसगढ़ सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, यहां हर माह लगभग 30 लाख टन से अधिक सीमेंट का उत्पादन होता है, पहले केंद्र की मोदी सरकार 28 प्रतिशत का भारी भरकम जीएसटी लगाया और अब साय सरकार के सरंक्षण में कीमतों में अचानक बढ़ोत्तरी जनता के साथ अन्याय है।
स्टील की कीमते हो गई दुगना
उन्होंने कहा कि हर सर पर छत का वादा करके सरकार में आयी भारतीय जनता पार्टी के शासन में भवन निर्माण की सामग्रीयों में लगातार बेतहाशा वृद्धि हो रही है। रेत के दाम पिछले 9 महीने में चार गुना बढ़ गए, स्टील की कीमते दुगना हो गई है और अब सीमेंट के दाम में 50 रूपए प्रति बारी की वृद्धि से गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के अपने घर के सपनों पर करनी चोट है। पीएम आवास योजना पर भी विपरीत असर पड़ेगा। देश और प्रदेश के विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, निर्माण में सीमेंट एक अहम घटक है, सीमेंट के दाम में वृद्धि से न केवल निजी बल्कि सरकारी प्रोजेक्ट में भी निर्माण लागत बढ़ जाएगी, पुल पुलिया, बांध, सीसी रोड, भवन निर्माण कार्य प्रभावित होंगे, रियल एस्टेट सेक्टर में भी नकारात्मक प्रभाव निश्चित है। रोजगार पैदा करने में कृषि के बाद रियलस्टेट दूसरा सबसे बड़ा सेक्टर है, सीमेंट की कीमत में अचानक वृद्धि से रियल एस्टेट व्यवसाय की कमर टूट जाएगी, लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जायेंगे