बालोद/डौंडी (अजय अग्रवाल): आज डौंडी ब्लॉक सहित पूरे देश भर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जगह जगह पौधारोपण किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ बालोद जिले वनांचल गांव कोटागांव में खेत निर्माण के नाम पर धड़ल्ले से दो सौ साल पुराने आम के मोटे मोटे 17 पेड़ों को कटर मशीनों के माध्यम से बिना अनुमति लिए धराशाही कर दिए जाने का एक बड़ा मामला सामने आया है।
गौरतलब है कि ग्राम कोटागांव के ओमेंद्र सिंह कुंजाम नामक किसान द्वारा लाटाबोड़ निवासी किसी सोनकर ठेकेदार के माध्यम से बिना राजस्व विभाग से अनुमति लिए दस दिन पूर्व 17 आम के विशालकाय पेड़ काट दिए गए, जिसकी जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को होने के बाद घटना स्थल पर पहुंच पटवारी ने पंचनामा तैयार कर प्रकरण तो बना दिया किंतु ट्रैक्टर के माध्यम से काटे गए पेड़ों को ले जाते मूक दर्शक बन देखती रही, जबकि नियमानुसार ट्रैक्टर सहित लकड़ी को भी जप्त किया जाना चाहिए था। वहीं पिछले एक हफ्ते से कटाई बंद होने और राजस्व विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नही किए जाने के बाद गुरुवार को फिर से विशाल पेड़ों के सीने पर आरी चलनी शुरू हो गई।
कोटागांव के ग्रामीणों और वरिष्ठ लोगो ने बताया कि उन्होंने अपने बचपन में राज परिवार द्वारा बनाए इस आमाबगीचा के आम तोड़कर खाए है और आज इन पेड़ों को कटता देख बहुत दुख हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कोटागांव में पंचायत द्वारा 500 फलदार और छायादार पौधों का वितरण किया गया है और जिले एवं ब्लॉक के आला अधिकारी एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जगह जगह पौधारोपण कर फोटो खिंचवा रहे है तो ये पुराने विशालकाय पेड़ों को किसके पिता जी के नाम पर काटा जा रहा है ये कोटागांव के निवासी जिले और ब्लॉक के आलाधिकारियों से पूछ रहे है, किंतु कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस बात का जवाब नही दे रहा है।
वहीं जमीन के मालिक ओमेंद्र कुंजाम ने बताया कि उसके द्वारा लाटाबोड़ के सोनकर ठेकेदार को पूरे आम पेड़ों को काटकर खेत बनाने का काम ठेके पर दिया गया है, राजस्व विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई है।
मामले पर कोटागांव सरपंच जाम बाई चुरेंद्र ने बताया कि पटवारी ने आकर पंचनामा बनाने हेतु आमा बगीचा बुलाया था, जहां पर पेड़ों की कटाई हो रही थी और ट्रैक्टर में लोड किया जा रहा था, पटवारी के द्वारा काम को बंद करवाकर पंचनामा तो तैयार किया लेकिन लकड़ी और ट्रैक्टर को जप्त नही किया।
वही ग्राम कोटागांव क्षेत्र के पटवारी गंगोत्री कोरटिया ने कहा कि मेरे द्वारा प्रकरण तैयार कर तहसीलदार सर को दे दिया है, आगे की जो भी जानकारी लेनी है तहसीलदार सर से ले लो।