जलाशय में नही हैं सुरक्षा के इंतजाम
बारिश के कारण तांदुला जलाशय लबालब भरा हुआ है। तांदुला को छलकने में अब मात्र 4.50 फीट ही पानी चाहिए। ऐसे में तांदुला को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचतेे है। लोग तादुंला के ओवरफ्लो स्थल जहां पर लोगं की मनाही रहती है वहां जाकर सेल्फी लेते हैं। उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। पर्यटकों को खतरे से आगाह कराने वाला और सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। यही कारण है कि हर साल लोग जलाशय में गिरते हैं। वहां पर ना तो नगर पालिका प्रशासन ना ही सिंचाई और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। दुर्घटना के बाद सबसे ज्यादा परेशानी पुलिस विभाग को होती है।
आखिर कब चेतेंगे पर्यटक और कब जागेगा विभाग
जिले के पर्यटन स्थलों में जितने भी घटनाएं घटी हैं। इन घटनाओं में सबसे ज्यादा लापरवाही पर्यटकों की देखी गई है। पर्यटन व जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों ने सुरक्षा कर्मी की व्यवस्था भले ही नहीं की हो पर सूचना बोर्ड लगाकर जरूर पर्यटकों को जागरूक करने का प्रयास किया है। यहां आने वाले पर्यटक सूचना बोर्ड को नहीं पढ़ते हैं। यदि पढ भी लिया तो जिद में सूचना में नजरअंदाज कर प्रतिबंधित क्षेत्र में जाते हैं। और मौत को गले लगा लेते है। लोगों का कहना है कि पर्यटन स्थलों में एक सुरक्षा कर्मी को तैनात किया जाए, जिससे लापरवाह पर्यटकों को प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से रोका जा सके।
जलाशय के नीचे सीढ़ी में लोग ले रहे सेल्फ़ी
तांदुला जलाशय पानी से लबालब होने से पिछले एक सप्ताह से पर्यटको की सख्या में काफी इजाफा हुआ हैं, इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए लोग अपने परिवार सहित जलाशय में पहुच रहे हैं, वही तांदुला जलाशय के नीचे सीढ़ी हैं जहा पर पर्यटक अपने जानजोखीम में डालकर निचे सीढ़ी में उतारकर फोटो सुट कर रहे हैं जो बड़ी दुर्धटना धट सकती हैं।सीढ़ी के दो फिट निचे जलरग पानी भरा हुआ हैं यदि पर्यटक का पैर फिसल जाता तो निचे पानी में जा गिरता और बड़ी दुर्धटना हो सकती थी।
लोगो से जलाशय के रपटा और किनारे में चलने और सेल्फी लेने के लिए मना किया जा रहा है। लेकिन लोग नही मान रहे हैं।मना करने पर लोग हुज्जत बाजी करते है।जलाशय में पुलिस की तैनाती के लिए पुलिस विभाग को पत्र भेजा गया है।
पियूष देवांगन
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग बालोद