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*नशीली दवाई सप्लाई करने वाला मुख्य सरगना राजीव कुमार को बालोद पुलिस ने किया पटना बिहार से गिरफ्तार*

बालोद।बालोद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। नशीली दवाई सफलाई करने वाला मुख्य सरगना पटना बिहार से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मुख्य सरगना राजीव कुमार के कब्जे से बैंक खाता का एटीएम कार्ड, ड्रग लाइसेंस, इनवॉइस ,मोबाइल को जप्त किया है। पुलिस ने पूर्व में भी इसी प्रकरण में 02 आरोपी विश्वपति गोराई बालोद निवासी ,धर्मेंद्र यादव को नशीली गोली की तस्करी करने पर गिरफ्तार किया था।उक्त प्रकरण के विवेचना में नशीली दवाई के मुख्य सप्लायर के संबंध में जानकारी प्राप्त कर एक स्मॉल टीम बिहार जाने हेतु एसडीओपी बालोद श्री देवांश सिंह राठौर के नेतृत्व में निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय , सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक भाेप सिंह साहू ,आरक्षक पूरन देवांगन को बिहार रवाना किया गया था। जिसमे टीम द्वारा प्रकरण के मुख्य आरोपी राजीव कुमार के फार्मा के संबंध में जानकारी प्राप्त कर थाना पाटलिपुत्र, थाना कदमकुवां, थाना पीरबाहोर

क्षेत्र में लगातार रेकी कर लोकल वेशभूषा में कई मेडिकल फार्मा जाकर घनी आबादी में त्रिशूल फार्मा को ढूंढ कर उसे चिन्हांकित किया गया । लेकिन फार्मा का दुकान बंद होने से आरोपी की जानकारी नहीं मिल पा रही थी । तकनीकी आधार पर आरोपी राजीव कुमार के घर का पता साजी हेतु उस क्षेत्र में कैंप कर उसे टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी राजीव कुमार से पूछताछ करने पर वह बताया कि उसने त्रिशूल फार्मा नाम से एक मेडिकल फर्म पटना से 120 किलो मीटर दुर नवादा (बिहार) में जाकर खोला था, ताकि नशीली दवाई का खरीदी बिक्री कर सके । टीम द्वारा नवादा जाकर फर्म की तलाशी लेने पर फर्म में किसी भी प्रकार का दवाई ,ड्रग लाइसेंस या उससे संबंधित दस्तावेज नहीं होना पाया गया।पूछताछ में यह तथ्य सामने आया की त्रिशूल फार्मा का उपयोग सिर्फ प्रतिबंधित दवाई कम्पनी से खरीदने के लिए करता था चूंकि फार्मा केवल कागजात में था वास्तविक रूप से संचालित नहीं हो रही थी जिससे आरोपी आस्वस्त था कि कभी उसके फर्म में रेड कार्यवाही होने से कोई पकड़ाएगा नही। आरोपी राजीव कुमार से प्रकरण के आरोपी विश्वपति गोराई बालोद निवासी ने त्रिशूल फार्मा नवादा (बिहार )के नाम से करीबन छः लाख की प्रतिबंधित दवाई मंगवाया था ।उक्त प्रकरण में बिहार जाने वाली टीम में एसडीओपी बालोद श्री देवांश सिंह राठौर ,थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय, सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक भोपसिंह साहू, पूरन देवांगन और तकनीकी टीम आरक्षक मिथलेश यादव का महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

 

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