भिलाई में NIA ने गुरुवार को कलादास डेहरिया के घर छापामार कार्रवाई की थी.कलादास पर आरोप लगे कि उसका कनेक्शन नक्सलियों के साथ है.लेकिन इन आरोपों पर कलादास अब सामने आए हैं.कलादास की माने तो उन्हें जबरन फंसाने की साजिश रची जा रही है।
कलादास डेहरिया ने कहा कि साल 2008-09 में मेरे नेतृत्व में नाचा गम्मत टीम ने नशाखोरी के खिलाफ पूरे छत्तीसगढ़ में जन जागरण यात्रा निकाली थी, जिसके सम्मान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घर आकर पुरस्कार दिया था. अब मुझको फर्जी मामले में फंसाने की साजिश की जा रही हैं.आप सभी जानते हैं कि शहीद शंकर गुहा नियोगी ने इन मुद्दों को लेकर देशव्यापी आंदोलन चलाया था,जिससे हमारे देश की व्यवस्था और उद्योगपतियों को यह पसंद नहीं आया. 28 सितंबर 1991 को सोते समय उनकी हत्या कर दी गई.
वहीं हाईकोर्ट की वकील शालिनी का कहना है कि आज भी हमारा देश आजाद नहीं बल्कि गुलाम है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि आजादी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने वाले हजारों शहीदों के बलिदान के परिणामस्वरूप एक अच्छा संविधान और लोकतंत्र बना जिसमें हमें मौलिक अधिकारों के साथ निजता का अधिकार भी मिला. छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति से शालिनी ने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है।