मानपुर ..पुराने जमाने के लोगो से अक्सर सुनने को मिलता था कि इस समय उन्हें स्कूल तक जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती थी यही नहीं कई बड़े और व्यक्तियों के जीवनी में भी पढ़ने को मिलता है की बाढ़ और नदी को तैरकर पार करके स्कूल जाना पड़ता था इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है की उस समय हमारा देश काफी पिछड़ा देश भी कहलाता था लेकिन आज सड़क और शिक्षा के नाम पर राज्य और केंद्र सरकार लाखो रुपए का बजट बनाता है वही बजट की राशि का उपयोग के बाद भी विकास के दावे खोखले नजर आते है ।
कुछ ऐसी तस्वीरे हाल ही में हुई बारिश के बाद समूचे प्रदेश के अलग अलग जिलों से निकलकर सामने आई कही बच्चे कीचड़ पार कर स्कूल जाते दिखे तो कही बहते हुए नालों से अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल की ओर जाते दिखे ।
इस बीच वनांचल क्षेत्र मानपुर से एक तस्वीर निकलकर सामने आई है जहां स्कूल के सामने जलभराव की स्थिति निर्मित है। मानपुर विकासखंड के कई स्कूल भवन एवं छत जर्जर हालत में है तो कई स्कूलों में पानी भर जाता है जिससे बच्चे ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते स्कूलों के जर्जर होने से कभी भी छत गिरने का डर बना रहता है। कई स्कूलों के अंदर व बाहर पानी भर जाने से भी परेशानी होती है। वही हाल मानपुर के कन्या प्राथमिक शाला का भी है जहां स्कूल के आंगन में घुटने तक पानी भर गया है मानपुर नया जिला मुख्यालय के साथ साथ विकासखंड शिक्षाअधिकारी मुख्यालय होने के बावजूद भी मानपुर के स्कूल का यह हाल है जिसके बाद इस जिले के अंदरूनी क्षेत्र की स्कूलों के हालात पर सवाल खड़े हो रहे है।