
बालोद: मंगलवार को बालोद जिले के डोंडीलोहरा ब्लाक के ग्राम भेड़ी में 3 साल के मासूम नैतिक की नाले में बह जाने का मामला सामने आया था। जिसे संज्ञान में लेते हुए लापरवाही करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को निलंबित किया गया है।महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आदेश जारी किया।
वहीँ कलेक्टर ने तहसीलदार को आरबीसी-6-4 के तहत 4 लाख मुआवजा राशि का जल्द प्रकरण बनाने का आदेश दिया है ।आप को बता दें कि ग्राम भेड़ी में ग्राम पंचायत से लगे आँगनबाड़ी में 3 साल का नैतिक सिन्हा पिता वासुदेव सिन्हा पढ़ने गया था। जहां वो बच्चों के साथ बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते पास के नाली में बह गया। वहीं आशंका जताई गई कि गांव भेड़ी से 1 किलोमीटर दूर बटेरा नाला है, जो गांव का नाली वहां जा के मिलता है तो बच्चा बह के वहां तक पहुंच गया होगा।क्योंकि पिछले 3 दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश से छोटे-छोटे नाले उफान पर है।
घटना के सूचना मिलते ही एसडीएम पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची।
फिर 20 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर ग्राम बड़गांव के पास झाड़ियों में नैतिक का शव मिला। शव मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पूरे मामले में अब लापरवाही की बात भी समाने आई है। नाले में बहे बच्चे का आंगनबाड़ी में मंगलवार को दूसरा दिन था।