
बालोद।बालोद ब्लाक के ग्राम पंचायत कोहंगाटोला के सरपंच हिरौदी साहू एवं उसके पति छगन साहू द्वारा रोजगार गारंटी कार्य में किये गये अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की जांच एवं उचित कार्यवाही करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मगलवार को प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। बता दे की कोहंगाटोला के ग्रामीणों ने 19 अप्रेल को कलेक्टर से मिलकर
ग्राम पंचायत कोहंगाटोला के सरपंच पति द्वारा रोजगार गारंटी में बिना कार्य किये उपस्थिति पंजी एवं मस्टररोल में अपना नाम दर्ज करा लिये जाने की शिकायत्त एवं बिना उचित कारण के रोजगार गारंटी कार्य को अप्रेल माह के तीन दिनों तक बंद कर दिये जाने की शिकायत किया था लेकिन 2 माह के बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा सरपंच व उसके पति के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है और दूसरी बार शिकायत करने के लिए कलेक्टर के पास पहुंचे है।ग्रामीणों ने बताया कि कोहंगाटोला में पुनरुद्वार गोपाल के खेत से घुमका खार तक” माह अप्रैल 2024 में रोजगार गारंटी कार्य का प्रारंभ 20 अप्रैल 2024 को हुआ, जिसमें बिना सूचना पटल के एवं बिना काम किये सरपंच पति ग्राम पंचायत कोहंगाटोला के द्वारा रोजगार गारंटी के हाजिरी पंजी एवं मस्टर रोल में अपना नाम दर्ज कराया गया और कार्यरत् मजदूरों को अपने मर्जी मुताबिक अन्य कार्य में लगा दिये जाने के कारण उन्हें पूरी मजदूरी राशि नहीं मिल पाया जिसकी लिखित शिकायत ग्रामवासियों के द्वारा कलेक्टर के समक्ष 19 अप्रेल को किया गया था।ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच पति के द्वारा बिना उचित कारण के गांव में अफवाह फैलाकर हल्का पटवारी द्वारा रोजगार गारंटी के कार्य को रोके जाने का आदेश हुआ है कहकर गांव में अनावश्यक मीटिंग कर रोजगार गारंटी के कार्य को अप्रेल माह के तीन दिनों से बंद किया गया है जिससे ग्राम कोहंगाटोला द्वारा सरपंच पति के विरूद्ध गांव में हुए मीटिंग में कहासुनी हुआ था। सरपंच व उसके पति के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से ग्रामवासियों में अशांति का माहौल व्याप्त है। ग्रामीणों ने उक्त मामले की त्वरित व निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग शासन प्रशासन से किया है ज्ञापन सौंपने के दौरान जयंत साहू, सेवकराम,रंजीत निषाद सहित बड़ी सख्या में ग्रामीण शामिल रहे।