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भारतीय परिधान की विशेषता बताने हुआ अनूठा पहल…संसार का सौंदर्य है नारी, नारी का सौंदर्य है साड़ी, जैसे स्लोगन के साथ महिलाओ ने निकाली रैली…क्षेत्रीय विधायक भी हुए शामिल

बालोद।जिला मुख्यालय में शनिवार को अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन के नेतृत्व में साड़ी वाकेथान के तहत महिलाओं ने रैली निकाली। इस दौरान संसार का सौंदर्य है नारी, नारी का सौंदर्य है साड़ी, पाश्चात्य संस्कृति छोड़ो, नारी को साड़ी से जोड़ो जैसे कई स्लोगन लिखे बैनर, पोस्टर के जरिए साड़ी व महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका का बखान कर इसकी उपयोगिता बताई।संगठन की 50 से अधिक महिलाओं ने मरारपारा स्थित गणेश मंदिर से पुराना बस स्टैंड स्थित शिव मंदिर तक गाजे-बाजे के साथ रैली निकाली। इस आयोजन में शामिल सभी महिलाएं सनातन संस्कृति को अपनाते हुए हाथ में मौली, माथे पर सिंदूर के साथ साड़ी पहनी नजर आईं। महिलाओं ने संदेश देते हुए कहा कि आज के दौर में जो महिलाएं साड़ी को बोझ समझती हैं, वह अनुचित है। मंगल यान और चंद्रयान जैसे मिशन में इसरो में बैठी महिलाओं ने भी साड़ी पहनी थी। महिलाओं को अपनी संस्कृति को बनाए रखने साड़ी पहनना चाहिए। माहेश्वरी समाज की महिलाओ के इस अनूठे पहल वाले कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक संगीता सिन्हा भी शामिल हुए तथा माहेश्वरी समाज की महिलाओ के पहल की सराहना करते हुए बोले की समाज की महिलाओ के द्वारा किया गया इस पहल का एक संदेश पूरे देश के महिला शक्ति तक पहुंचेगी और हमारी देश के नारी शक्ति हमारी संस्कृति को बनाए रखने इस पहल से।भी जुड़ेगी।

 


अभा माहेश्वरी महिला संगठन की प्रदेश उपाध्यक्ष संगीता टुवानी, अध्यक्ष संगीता टावरी ने बताया कि 13वां सत्र में पहली बार यह आयोजन हुआ। हर सत्र अलग-अलग आयोजन होते है। इस बार भारतीय परिधान की विशेषता बताने का प्रयास किया। इस दौरान उमा मंत्री, पल्लवी टावरी, ज्योति राठी, ज्योति टावरी, इंदू, मंटी, ज्योति, नीलू, गौरी, रामेश्वरी, भावना, रीता सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थे। अग्रवाल, गुप्ता, ब्राम्हण, जैन सहित अन्य समाज की महिलाओं ने भी सहभागिता दी। अब 14वें सत्र मंठे भी किसी विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकालेंगे।

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