बालोद। इन दिनों बालोद शहर में की जा रही अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान हो गई है।सोमवार की रात को शहर के विभिन्न वार्डो में 3 घंटे से अधिक समय तक बिजली बंद रही जिसके कारण लोगो को उमस भरी गर्मी और मच्छरों के आतंक से परेशान रहे। शिकायत करें भी तो किसे, कोई सुनने वाला नहीं है। बिजली गुल होने पर विद्युत कार्यालय की शिकायत शाखा में कोई फोन नहीं उठाता। वहीं विद्युत मेंटेनेंस के नाम पर विभाग द्वारा लाखों-करोड़ों खर्च किए जाते हैं लेकिन समस्या जस-की-तस बनी हुई है। विद्युत कटौती से परेशान होकर लोगो ने सोमवार की रात को विधुत कार्यालय में जमकर हंगामा किया ।वही विधुत के कर्मचारियों द्वारा फाल्ट खोजने का हवाला दिया जाता है।
अघोषित बिजली कटौती से परेशान है नगरवासी
नगर में हो रही अघोषित बिजली कटौती से नगरवासी व व्यापारी वर्ग काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं। तो वहीं बिजली नहीं होने के कारण घरों में पानी सहित विभिन्ना प्रकार की समस्या उत्पन्ना हो रही है। नगर में सोमवार की रात्रि को घंटों बिजली गुल किया गया। जबकि आंधी तूफान नहीं आ रहा है और न ही बारिश हो रही है। अगर बारिश भी होती है तो बार बार बिजली बंद कर दिया जाता है। बार बार बिजली गुल होना नगर वासियों के लिए गंभीर समस्या बन कर रह गई है। साथ ही साथ तापमान तेज होने के कारण लोगों को गर्मी में काफी परेशानी हो रही है। वहीं किसान जिनके पास बोर की सुविधा है इन्हें भी बिजली की अघोषित कटौती से काफी परेशानी हो रही है।
बिना मौसम खराबी की जा रही बार-बार कटौती
आम उपभोक्ताओं का कहना है कि कुछ मौकों पर तेज हवाएं चलने और बूंदाबांदी होने पर सुरक्षात्मक दृष्टि से बिजली सप्लाई को बंद किया जाना तो समझ में आता है लेकिन मौसम की खराबी हुए बिना बिजली कंपनी द्वारा आए दिन बार-बार बिजली सप्लाई को बंद कर नगरवासियों व ग्रामीणों को परेशान किया जाना समझ से परे है। ऐसा लगता है कि बिजली कंपनी द्वारा जानबूझकर अघोषित रूप से बिजली की कटौती की जा रही है जो लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन रहा है।
कटौती के कारण गर्मी और उमस से हो रहे परेशान
बिजली कटौती के संबंध में जब पूछा जाता है तो विद्युत अधिकारी अथवा कर्मचारी अपनी आदत के अनुसार कोई न कोई फाल्ट जैसे लोड शेडिंग, इंश्यूलेटर खराबी, ट्रांसफार्मर में फ्यूज उडऩा, कहीं पर तार में पेड़ के डंगाल का गिर जाना आदि बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं और कुछ देर बाद बिजली आने का भरोसा देते हैं। जब बिजली वापस आ जाती है तो कुछ घंटे के अंतराल में फिर से गुल हो जाती है। जब फाल्ट को सुधारकर बिजली सप्लाई कर दी जाती है तो उसी लाइन में फिर से फाल्ट कैसे आ जाता है वह भी रोजाना कुछ घंटे के अंतराल में फाल्ट का आना जानबूझकर बिजली कटौती करने के संदेह को जन्म देता है। बार-बार बिजली बंद करते हुए बिजली कंपनी द्वारा अधोधित बिजली कटौती कर दी जाती है जिससे उमस भरी गर्मी के इन दिनों मेें लोगों को अनेक बार पंखे के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है।