बालोद।दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव के तहत जिले में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इसके लिए गुरुवार की सुबह 7 बजे से जिले के 814 मतदान केंद्रों के लिए मतदान सामग्रियों का वितरण शुरू हो गया है। निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव सामग्री वितरण की तैयारी पूरी कर ली है। आरटीओ ने भी मतदान दलों को चुनाव सामग्रियों के साथ मतदान केंद्र ले जाने बसों व छोटे वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मतदान दलों को बालोद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने हरीझंडी दिखाकर रवाना किया वही जिले भर के अलग अलग मतदान दलों को रवाना किया जा रहा है।
तीनों विधानसभा के लिए अलग-अलग काउंटर
निर्वाचन आयोग ने तीनों विधानसभा के लिए तीन अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं, जहां से मतदान दलों को निर्वाचन सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। तीनों विधानसभा में पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी भी उपस्थित है।
मतदान दलों को ले जाने बसों की व्यवस्था
आरटीओ की माने तो मतदान दलों को मतदान केंद्र ले जाने कुल 200 बसों की व्यवस्था की गई है। सभी बसों को मतदान सामग्री परिसर स्थल आरटीओ कार्यालय के पीछे रखा गया है। जहां से विधानसभावार मतदान दल मतदान केंद्रों में रवाना होगा। मतदान अधिकारियों के लिए 73 छोटे वाहनों की भी व्यवस्था की गई है।
स्ट्रांग रूम व मतदान सामग्री वितरण की निगरानी सीसीटीवी से
निर्वाचन आयोग ने पूरे स्ट्रांग रूम परिसर को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा है। जहां मतदान सामग्रियों का वितरण किया जाएगा, वहां भी कैमरा लगाया गया हैं। यहां सुरक्षा में कोई भी कमी नहीं बरती गई है। मतदान दल जब रवाना होगा, उस समय भी पुलिस की टीम तैनात रहेगी व साथ मतदान केंद्र जाएगी।
बढ़ते तापमान के बीच मतदान एक चुनौती
वही इस बढ़ते तापमान के बीच चुनावी कार्य को निस्पादित करना मतदान कर्मियो के लिए एक चुनौती है हालाकि इनके लिए जिला प्रशासन द्वारा मतदान दलों वा मतदाताओं के लिए छांव और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की बात कही जा रही है दूसरी तरफ मतदान कर्मियो कि माने तो उनके द्वारा प्रशासन और जिला पंचायत को इसके लिए स्थानीय पंचायत के माध्यम से व्यवस्था सुनिश्चित कराएं जाने का आग्रह किया गया है बहरहाल देखना होगा मतदान दलों के लिए की गई व्यवस्था कितना कारगर है।
बीएसएफ व सीआरपीएफ की टीम तैनात
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए भी चारों ओर पुलिस जवान, बीएसएफ व सीआरपीएफ की टीम तैनात है। बिना पास के यहां किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।