बालोद, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव ने कहा कि कलार समाज अत्यंत जागरूक एवं मेहनतकश समाज है। जो अपने मेहनत के बल पर समाज के प्रत्येक क्षेत्रों में निरंतर प्रगति के नए सोपान तय कर रही है। इस अवसर पर उन्होेंने माता बहादुर कलारिन की अदम्य साहस एवं वीरता का उल्लेख करते हुए उन्हें सादर नमन किया। उपमुख्यमंत्री श्री साव जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम सोरर में डड़सेना कलार समाज द्वारा आयोजित कलार महोत्सव के अवसर पर अपना उदगार व्यक्त कर रहे थे। साव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री साव ने कलार समाज के प्रतिनिधियों के मांग पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ओर से ग्राम सोरर में निर्माणाधीन कलार समाज के भव्य भवन के निर्माण एवं उसके विस्तार हेतु 25 लाख रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री साव ने कलार समाज की विशेषताओं एवं राज्य में सभी वर्गों के विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद मोहन मण्डावी, संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, नगर निगम रिसाली की महापौर श्रीमती शशि सिन्हा, पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा, नगर पालिका बालोद के पूर्व अध्यक्ष राकेश यादव, कलार समाज के प्रदेशाध्यक्ष युवराज सिन्हा, प्रदेश कलार समाज के संरक्षक दीपक सिन्हा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, समाज प्रमुखों के अलावा कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, पुलिस अधीक्षक सुरजन भगत एवं बड़ी संख्या में कलार समाज के लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कलार समाज की जागरूकता एवं एकता का ही परिणाम है कि आज इस मंच पर कलार समाज के तीन विधायक एवं एक मंत्री हमारे बीच उपस्थित है। उन्होंने कहा कि कलार समाज शिक्षा, व्यापार-व्यवसाय एवं शासकीय सेवा सहित अन्य सभी क्षेत्रों में अग्रणी स्थान पर है। श्री साव ने कहा कि इन सारी उपलब्धियों के अलावा कलार समाज के अभी भी बहुत कुछ नेक कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के सभी वर्गों के साथ-साथ कलार समाज के चंहुमुखी विकास के लिए कृतसंकल्पित है। जिसके फलस्वरूप आज राज्यमंत्री मण्डल में कलार समाज का एक मंत्री बनाया गया है। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने छत्तीसगढ़ के लोगों के विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग अत्यंत मेहनतकश होने के साथ-साथ सीधे, सरल और अत्यंत भोले-भाले है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मेहनतकश जनता के बदौलत छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्य बनाने की असीम संभावनाएं है। श्री साव ने कहा कि हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री साव ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग परस्पर भाईचारा एवं सामाजिक सौहार्द्र के साथ-साथ राज्य में सभी धर्मों एवं जातियों के लोग पारिवारिक वातावरण में निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि आज इस अवसर पर माता बहादुर कलारिन की त्याग एवं आदर्शों से प्रेरणा लेकर हम सभी को छत्तीसगढ़ को पूरे देश में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की मान-सम्मान तथा गौरव को बढ़ाने हेतु हम सभी को साथ मिलकर कार्य करना होगा। श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राज्य के सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास हेतु अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर उनका सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत राज्य के माताओं एवं बहनों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु महतारी वंदन योजना लागू किया जा रहा है। जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना बनकर मील का पत्थर साबित होगा। श्री साव ने कहा कि आज बंसत पंचमी के पावन अवसर पर ग्राम सोरर में आयोजित कलार महोत्सव एक ऐतिहासिक समारोह बनने जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कलार समाज की गौरवशाली एवं सांस्कृतिक विरासत की विशेषताओं के संबंध में रोचक एवं पे्ररणास्पद जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के नवनिर्माण एवं राज्य को सजाने-संवारने में प्राचीन काल से ही कलार समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मंत्री जायसवाल ने कल्चुरी संस्कृति एवं कल्चुरी वंश से कलार समाज के संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कल्चुरी के शासकों ने सर्वप्रथम तुम्माण को छत्तीसगढ़ का सर्वप्रथम राजधानी एवं उसके बाद रतनपुर को राजधानी बनाया। इसके पश्चात् रायपुर को भी छत्तीसगढ़ की राजधानी बनाने में कल्चुरी वंश के लोगों को बहुत बड़ा योगदान था। जायसवाल ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में कल्चुरी वंश के लोग एक साथ निवास करते थे। लेकिन चोल राजाओं के आक्रमण के पश्चात् कल्चुरी के लोग देश व प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बस गए। उन्होंने कहा कि पूरे बस्तर संभाग मंे आदिवासी समाज के बाद कलार समाज के लोगों की जनसंख्या दूसरे नंबर पर है। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ की प्राचीन राजधानी रतनपुर के महामाया मंदिर को संवारने तथा उसे पहचान दिलाने हेतु प्रदेश के पाँच शक्तिपीठों की परियोजना में शामिल करने के लिए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर उन्होंने कलार समाज के लोगों को समाज की गौरवशाली विरासत को अक्ष्क्षुण बनाए रखने की अपील भी की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक संजारी बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा ने समाज की मांगों की ओर अतिथियों का ध्यान आकर्षित कराया। महासमंुद के विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा कलार समाज सहित समुचे छत्तीसगढ़ के विकास हेतु किए जा रहे कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम को कलार समाज के प्रदेशाध्यक्ष श्री युवराज सिन्हा, संरक्षक दीपक सिन्हा एवं अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अतिथियों के द्वारा भगवान सहस्त्रबाहु एवं माता बहादुर कलारिन के तैलचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं पूजा-अर्चना भी किया गया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को माता बहादुर कलारिन अलंकरण से सम्मानित भी किया गया।