बालोद, उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने सोरर प्रवास के दौरान गंभीर कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत कलार महोत्सव के अवसर पर आज टेली कंसल्टेंसी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाॅल में पहुँचकर ’मोर लईका, स्वस्थ लईका’ अभियान की भी शुरूआत की। उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य शासन के मंशानुरूप बालोद जिला प्रशासन द्वारा गंभीर कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु जिले में शुरू की गई टेली कंसल्टेंसी सुविधा की प्रंशसा करते हुए इसकी भूरी-भूरी सराहना की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने पोषण पुनर्वास केंद्र से उपचार उपरांत वापस लाए गए बच्चों से सोरर आंगनबाड़ी केंद्र में टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से बच्चों के समुचित उपचार एवं देखभाल के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों की समुचित देखभाल के संबंध में डाॅक्टरों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिले में टेली कंसल्टेसी की सुविधा प्रारंभ होने से इसके माध्यम से अब कुपोषित बच्चों के पालकों को बच्चों के समुचित देखभाल हेतु घर बैठे परामर्श मिल सकेगा। इसके साथ ही उन्हें बार-बार सामुदायिक एवं जिला चिकित्सालय की आने की आवश्यकता नही पड़ेगी। उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा तीन हितग्राहियों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य स्मार्ट कार्ड वितरण का भी वितरण किया गया। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल में टीबी के मरीजों के सहायता के लिए 30 निक्षय मित्र बनाए गए हैं। जिसके अंतर्गत कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नोजे सहित जिले के सभी एसडीएम, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को निक्षय मित्र बनाया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा मरीजों को पौष्टिक फूड बास्केट प्रदान किया गया। उन्होंने टीबी चैंपियन द्वारा बनाए गए उत्पादों का अवलोकन किया एवं उनके कार्यों की सराहना की।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाॅल में ’मोर लईका, स्वस्थ्य लईका’ अभियान की शुरूआत करने के पश्चात कुपोषित बच्चों को पौष्टिक सुपोषण किट का वितरण किया। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई ’मोर लईका, स्वस्थ्य लईका’ अभियान के अंतर्गत जिले के गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने हेतु महिला कमाण्डो एवं जन समुदाय के द्वारा गोद भी लिया गया है। जिला प्रशासन की इस अभिनव शुरूआत की उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने मुक्तकंठ से सराहना की। इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल में विभिन्न विभाग के द्वारा शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित करने हेतु प्रदशर्नी भी लगाई गई थी।