बालोद-जिले के अर्जुन्दा स्थित कृष्ण कुंज के रास्ते में देशी शराब दुकान साथ-साथ संचालित हो रही है। यह जिले की संभवत: ऐसी पहली कृष्ण कुंज होगी, जहां शराब दुकान और चखना दुकान बीच महज 100 मीटर की दूरी है। कृष्ण कुंज में आने जाने वाले परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।शराब पीकर लोग यहां हुल्लड़ भी मचाते हैं और कृष्ण कुंज में आने-जाने वालों पर फब्तियां भी कसते हैं। जिसकी वजह से इस माहौल में परिवार सहित चलने वालों में लगातार भय की स्थिति बनी हुई है। इसके साथ ही उक्त मार्ग में आधे दर्जन से ज्यादा चखना दुकान संचालित की जा रही हैं
जिससे सड़क के आस पास कचरे का ढेर पड़ा हुआ है। बता दे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप अर्जुन्दा में कृष्ण कुंज बनाया गया हैं। इस कृष्ण कुंज में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला, फिसलपट्टी सहित अन्य मनोरंजन के साधन की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सांस्कृतिक महत्व के जीवन उपयोगी वृक्षों का रोपण करते हुए कृष्ण कुंज विकसित किया गया है। इनमें आम, ईमली, गंगा ईमली, जामुन, बेर, गंगा बेर, शहतूत, तेंदू, चार, अनार, गूलर कैथा, कदम्ब, पीपल, नीम, बरगद, बबूल, पलाश अमरूद, सीताफल, बेल और आंवला मिलाकर 20 से अधिक प्रजाति के पौधे का रोपण किया गया है।
अर्जुन्दा में संचालित देशी शराब व अंग्रेजी शराब दुकान के आसपास प्लास्टिक के डिस्पोजल, पानी पाउच के पैकेट का ढेर लगा हुआ है। लेकिन इसकी सफाई नहीं कराई जा रही है। गंदगी फैले रहने से कृष्ण कुंज जाने वाले परेशान हैं।
शराब दुकान के पास ही प्लास्टिक डिस्पोजल, पानी पाउच के कचरे बिखरे हुए हैं। यह कचरा हवा में उड़कर मुख्य सड़क तक पहुंच जाता है। आधे दर्जन से अधिक चखना सेंटर शराब दुकान के आसपास सड़क के दोनों ओर संचालित हैं ।प्लास्टिक के पानी पाउच और गिलास बेतरतीब सड़क में बिखरे पड़े हुए हैं।