रायपुर । भाजपा के परिवर्तन यात्रा में शामिल होने आए केंद्रीय मंत्रियों पर कांग्रेस ने सवाल उठाए। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के परिवर्तन यात्रा में 14 दिन में प्रधानमंत्री से लेकर दर्जनों केंद्रीय मंत्री आए और चले गये इनके आने से छत्तीसगढ़ की जनता को क्या मिला? भाजपा के राजनैतिक यात्रा में सरकारी खर्चे और सुख सुविधा विलासिता उपभोग कर आये केंद्रीय मंत्रियों ने सिर्फ भाजपा का प्रचार-प्रसार किया। जब कोई मंत्री का दौरा होता है तब जनता उस मंत्री से कोई नई सौगात की उम्मीद करती है। उनके विभाग से संबंधित समस्याओं का हल चाहती है जो इन केंद्रीय मंत्रियों के दौरा में कहीं नहीं दिखा। भाजपा के परिवर्तन यात्रा में प्रधानमंत्री, केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, केंद्रीय रेलवे राज्य मंत्री, सहकारिता राज्य मंत्री, बिजली एवं उद्योग राज्य मंत्री, जल शक्ति एवं जनजाति राज्य मंत्री, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, आयुष राज्य मंत्री, सहकारिता मंत्र, आये थे। इनके आने से छत्तीसगढ़ को क्या मिला? कोई नई घोषणा छत्तीसगढ़ की जनता के हित में इन्होंने नहीं किया? भाजपा के सांसदों ने भी छत्तीसगढ़ के लिए इनसे कोई मांग नहीं की।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रेलयात्री ट्रेन रद्द होने, समय पर ट्रेन नहीं मिलने से हताश और परेशान है, ऐसे में भाजपा के सांसदों को चाहिए था कि रेलवे राज्य मंत्री से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग करते। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री आए थे उनसे भाजपा के सांसदों को राइट टू एजुकेशन के तहत निजी स्कूलों को मिलने वाली केंद्र की राशि जो अब तक रुकी हुई है उसे देने की मांग करनी थी। जनजाति राज्य मंत्री से जनजाति छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि लगभग 300 करोड़ रुपए जो केंद्र ने रोक रखी है उसे देने की मांग करनी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख माड़िवया से रायपुर एम्स में चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ़, एवं मेडिकल सुविधाओं को बढ़ाने की मांग करना था। एम्स रायपुर में अभी चिकित्सक एवं स्टाफ की कमी है क्या भाजपा के सांसदों को इस ओर ध्यान नही गया?
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा परिवर्तन यात्रा में सिर्फ हवा बाजी कर रही है जनता कैसे समर्थन नहीं मिल रहा है और बाहर से नेता बुलाकर झूठ एवं प्रपंच की राजनीति कर रही है। दुर्भाग्य की बात है केंद्र में सरकार होने के बाद भी उनके मंत्री छत्तीसगढ़ आते हैं, खाली हाथ आते हैं और खाली हाथ चले जाते हैं।