बालोद एक तरफ प्रदेश की संवेदनशील सरकार अवैध शराब की बिक्री रोकने तत्परता से कार्य कर रही है, और स्वयं सूबे के मुखिया भी शराब की अवैध बिक्री रोकने लगातार बैठके ले रहे है, और दिशा निर्देशित कर रहे है। बावजूद जिले में अवैध शराब की बिक्री रुकने के नाम नही ले रही है। आबकारी विभाग के संरक्षण में कोचियों का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। तभी तो जिले के बड़े शराब कोचिया जो आजकल सप्लाई की भूमिका में है, उनपर कार्यवाही न कर छोटी मोटी कार्यवाही कर इतिश्री कर रहे है। शनिवार को मोहर्रम के उपलक्ष्य पर शुष्क दिवस पर जिले में सरकारी शराब दुकाने बंद रही। बावजूद इसके ग्रामीण अंचलों में जमकर अवैध रूप से शराब की बिक्री हुई। शराब कोचियों ने शुष्क दिवस का फायदा उठाते हुए 80 रुपये की देशी प्लेन की शराब को 120 से 150 रुपये तक बेचा। मदिराप्रेमियों ने भी डेढ़ गुना दाम देकर कोचियों से शराब खरीदा। बता दे कि शुष्क दिवस के ठीक 3 पहले से अंचलों में सक्रिय कोचिये अवैध रूप से शराब बेचने के लिए एकत्रित करने शुरू कर दिए थे। जिसके चलते ही सरकारी शराब दुकाने बंद होने के बावजूद भी मदिरप्रेमियो को डेढ़ गुना रेट में शराब मिल गई।
शराब दुकानों में चल रहा बड़ा खेल–
जिला मुख्यालय बालोद सहित जिले के ब्लॉक मुख्यालयों एवं ग्रामीण अंचलों में शराब कोचिये बेहद सक्रिय है। बड़ी आसानी से बड़े शराब कोचिये अपने अवैध कार्य को अंजाम देते आ रहे है। इन बड़े शराब कोचियों से सीधी सेटिंग है, दुकान के सेल्समैन और सुपरवाईजरो से। जो वैध रूप से संचालित सरकारी दुकानो में अवैध कार्य कर रहे है। ये कोचियों की डिमांड पर मनमानी शराब उन्हे एक्स्ट्रा पैसे लेकर मुहैय्या करवा रहे है। जिले की शराब दुकानों में बड़ा खेल चल रहा है। जिसे स्वंय जिम्मेदार आबकारी विभाग के अधिकारी रोक में असमर्थ हैं। क्योकि इन सबसे उनकी भी अतिरिक्त आय हो रही है। और ऐसे लोगों की वजह से सरकार बदनाम हो रही है।
गाँव गाँव बिकी जमकर शराब–
शनिवार को मोहर्रम की वजह से शुष्क अवकाश घोषित किया गया था। जिले भर की शराब दुकाने बंद रही। बावजूद इसके जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में जमकर शराब बिकी। बंद का फायदा उठाते हुए शराब कोचिये अवैध रूप से शराब बेचने के लिए गांव गांव तक 3 दिन पहले से ही शराब की खेप पहुचा चुके थे। बताया जाता है कि बालोद शहर के कई वार्डो में और ग्राम देवारभाट, जमरूवा, जगतरा, पडकीभाट, पाकुरभाट, करहीभदर, कन्नेवाड़ा, धरमपूरा, सांकरा, नर्रा, जगन्नाथपुर सांकरा, जामगांव, बंगला, तरफ के कोचियो ने बेहद ही सक्रियता के साथ 80 रुपये के देशी प्लेन के पौव्वा को 120 से 150 रुपये तक बेचा है। बताया जाता है कि इन क्षेत्रों में भारी तादाद में अवैध शराब पहुची थी।
नए टीआई के आने से कार्यवाही की जगी उम्मीद–
बालोद कोतवाली में नए थाना प्रभारी रवि पांडेय ने ज्वानिंग ली है। नए थाना प्रभारी के आने अब अवैध शराब बेच रहे कोचियों पर कड़ी कार्यवाही की उम्मीद जगी है। बताया जाता है कि टीआई रवि पांडेय संवेनशील क्षेत्रो में अपनी सेवाएं दे चुके है। वही अवैध तरीके से शराब बेच रहे कोचियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के संकेत टीआई रवि पांडेय ने दिए है।
5 आरोपी गिरफ्तार–
बालोद पुलिस ने अलग अलग 5 प्रकरणो में 5 आरोपियो को 34/2 मामले में गिरफ्तार किया है। ग्राम सांकरा/ज के डोमेन्द्र कुमार गोस्वामी पिता चांदगिरी को 32 नग देशी प्लेन शराब, ग्राम जगन्नाथपुर निवासी ईश्वरचंद देशमुख पिता शानू को 35 नग देशी प्लेन शराब, ग्राम बी/जामगांव निवासी अमित शर्मा पिता कमलेश शर्मा को 115 नग देशी प्लेन शराब, बालोद नगर के जवाहर पारा निवासी शिशुपाल साहू उर्फ छोटे लोटिया पिता लीलाधर साहू को 73 नग देशी प्लेन शराब और बालोद नगर के बूढ़ापारा निवासी ठाकुर राम सोनकर पिता रेसलाल सोनकर को 53 नग देशी प्लेन शराब के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शराब की कुल कीमत 24 हजार 640 रुपये है।
कोचियों के हौसले बुलंद
आपको बतादे जिले में शराब कोचियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है उनपर कार्यवाही की खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकार को ही आरोपी के परिजनों द्वारा धमकी दी जाती है ऐसे ही मामले को लेकर जगन्नाथपुर के एक पत्रकार के पत्नी ने थाने में शिकायत की है मामले पर पत्रकारों में भी रोष देखा जा रहा है।
“मैंने आते ही 2 दिनों के भीतर 34/2 की पांच कार्यवाही किया हूं, जहां भी सूचनाएं मिल रही है, मैं स्वयं जाकर कार्यवाही कर रहा हूं। रही बात शराब दुकानों से कोचियों द्वारा भारी मात्रा में शराब उठाने की उसपर भी निगरानी रख कार्यवाही की जाएगी। मेरी यही कोशिश है, मेरे थाना क्षेत्र अंतर्गत जितने भी अवैध रूप से शराब बिक रहे है, उसे बंद करवाए। ताकि अवैधानिक जो गतिविधिया चल रही है, उसपर अंकुश लग सके।” रवि पांडेय, थाना प्रभारी, थाना बालोद