दल्ली राजहरा, जिले के दल्ली राजहरा में बाहुडा यात्रा भगवान जगन्नाथ जी की (घर वापसी) व उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की भव्य रथ यात्रा निकालकर भगवान गुंडिचा मंडप से मंदिर की ओर प्रस्थान किया गया।सुबह 11:00 बजे भगवान जी को मंडप से रथ में विधि विधान से लाया गया।सर्व प्रथम छेरा पोहरा किया गया। ेरा पोहरा करने का शौभाग्य गगन परिडा जी व भगवान विसोइ जी द्वारा किया गया।
गगा जल (अमृत जल) का भगवान के सामने डालने का सौभाग्य अरुण बाग को प्राप्त हुआ भगवान सुदर्शन को रथ तक पहुंचाने का सौभाग्य कोपिलो हरपाल को प्राप्त हुआ।
भगवान बलभद्र जी को रथ तक पहुंचाने का सौभाग्य रविंद्र जेना व घनश्याम बारिक जी प्राप्त हुआ।भगवान सुभद्रा को रथ तक पहुंचाने का सौभाग्य विक्रम बेहरा व कांता राव जी को प्राप्त हुआ।महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी को रथ पहुंचाने का सौभाग्य माझी व सुशांत नाथ जी को प्राप्त हुआ भगवान को चावल चलाने का सौभाग्य जोई विसोइ को प्राप्त हुआ।सभी भगवान को रथ में बैठाने के बादसीजीएम मुख्य महाप्रबंधक आईओसी राजहरा आर बी गहरवार जी के द्वारा आरती घर रथयात्रा निकाला गया।रथ यात्रा जगन्नाथ सेवा समिति मंदिर प्रांगण से राम मंदिर ,होते हुए बीएसपी हॉस्पिटल, से थाना चौक, से बस स्टैंड चौक, से गुप्ता चौक, से जैन भवन चौक ,से उत्कल समिति पहुंचा फिर भगवान जी की पूजा अर्चना कर महाप्रभु जगन्नाथ भगवान,भगवान बलभद्र, बहन सुभद्रा जी,को मंदिर में विराजित किया गया।दल्ली राजहरा में प्रथम बार महाप्रभु जगन्नाथ जी की रथ यात्रा में दल्ली राजहरा के समस्त श्रद्धालुओं का सहयोग प्राप्त हुआ। जिसके लिए उत्कल जगन्नाथ सेवा समिति सभी का अभिनंदन करता हैइस अवसर पर भव्य भंडारा महाप्रसाद का आयोजन किया गया जिसमें हां हजारों श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया।