बालोद/डौंडी (अजय अग्रवाल) बालोद जिले के वनांचल क्षेत्र को मुख्यालय से जोड़ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने करोड़ो रूपये की स्वीकृति दी है लेकिन दूसरी तरफ विभागीय अधिकारी संबंधित ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर मामले में खुलकर भ्रस्टाचार को अंजाम दे रहे है जिला उदाहरण सड़क निर्माण के दौरान ही सड़को पर दिखने लगी है । और कई जगह सड़क और पुलियों पर बने कव्हर उखड़ने लगे है। जिसको लेकर ग्रामीणों में भी नाराजगी देखी जा रही है और मामले पर मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान इस कार्य और विभागीय अधिकारियों की शिकायत कर सकते है।
डौंडी से घोटिया होते हुये आदमबाद सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है इस सड़क पर पड़ने वाली लगभग हर ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा घटिया सड़क निर्माण, बेतरतीब नाली निर्माण, गुणवत्ताहीन नाली के उपर के स्लैब की शिकायते लिखित और मौखिक तौर पर कई बार जिले एवं ब्लॉक के उच्च अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पीडबल्यूडी के अधिकारियों सहित ठेकेदार के कर्मचारियों को लगातार करते आ रहे है लेकिन सरकारी अमले और ठेकेदार के साथ साथ ब्लॉक के जनप्रतिनिधियों और नेताओं के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती ।
गौरतलब है कि मामले को लेकर प्रदेशरूचि ने प्रमुखता से सड़क निर्माण में किए जा रहे भ्रष्टाचार और पीडबल्यूडी अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार को संरक्षण देने की खबरे प्रमाण के साथ प्रकाशित की थी, जिसपर पीडब्ल्यूडी के ईई ने प्रदेशरूचि के डौंडी संवाददाता को आश्वासन दिया था कि सभी गुणवत्ताहीन नाली, नाली के उपर की स्लैब और सड़क को तोड़कर पुनः नए सिरे से बनवाया जाएगा, किन्तु आज भी नालियाँ और नाली के ऊपर बनाए गए घटिया स्लैब जसके तस है।
विदित है कि 18 मार्च को ग्राम पटेली में साहू समाज के कार्यक्रम में सम्मलित होने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आना था जो बारिस के भेंट चढ़ गया था, उनके मंच से मात्र 50 मीटर की दूरी पर ही टूटी हुयी नाली और स्लैब सहित अपने कृत्यों को छुपाने के लिए मिट्टी से पाट दिया गया था उक्त संबंध में भी प्रदेशरूचि के द्वारा पूर्व में भी समाचार प्रकाशित किया गया था।
मामले पर पटेली के ग्रामीणों का कहना है कि आगे बरसात का मौसम है लेकिन इसके बाद भी विभाग व ठेकेदार मिट्टी को निकालकर नाली और स्लैब को नहीं बनाएगा और इसकी सजा यहाँ से गुजरने और यहाँ रहने वाले ग्रामीण भुगतेंगे ।
पूर्व सरपंच एवं ग्रामीणों के द्वारा प्रमाणों के साथ की जाएगी पीडबल्यूडी ईई प्रसाद की मुख्यमंत्री से शिकायत
उक्त सड़क पर आने वाली लगभग हर ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण अब हताश होकर इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को करने वाली है, जिसमे प्रमुखता से पीडबल्यूडी के ईई एम प्रसाद को बालोद जिले से हटाने की मांग की जाएगी ।
इस संबंध में ईई एम प्रसाद से बात करने पर उनका कहना था कि आपके द्वारा संज्ञान में लाया जा रहा है, जल्द ही ठीक करवा दिया जाएगा । मामले पर जब संवाददाता द्वारा कहा गया हमारे द्वारा लगातार सड़क की गुणवत्ता के संबंध में अवगत करवाया जाता है, आप और आपके सब इंजीनियर इस मामले को क्यूँ नहीं देखते.., ये पुछने पर ई ई ने सब इंजीनियर पर ठीकरा फोड़ते हुये कहा कि यदि बिना देखे मूल्यांकन, सत्यापन और बिल पास किया गया होगा तो सब इंजीनियर पर भी कार्यवाही की जाएगी ।
मुख्यमंत्री प्रवास को देखते हुए रोड पर बनी नाली और टूटे हुये स्लैब को बाद में ठीक करवाने का झांसा देकर पाट दिया था, जो आज भी जस का तस है । इसे सुधारने ना तो ठेकेदार के आदमी आए और ना ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारी । अब इनकी शिकायत मुख्यमंत्री को की जाएगी ।परमेश्वर रावटे, पूर्व सरपंच, ग्राम पटेली
घोटिया क्षेत्र में सड़क पर बिछाई गई गिट्टी पर बिना रोलर चलाये डामरीकरण कर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का काम अधिकारियो द्वारा किया गया है। कई बार इसके संबंध में सब इंजीनियर पटेल और ईई प्रसाद को जानकारी दी गई लेकिन किसी ने भी कुछ नहीं किया। पूरी सड़क उखाड़ने की जगह अब कुछ इंच की सड़क को उखाड़ कर फिर से डामरीकरण की कार्यवाही की जा रही है, जबकि टूटी नालियां और स्लैब आज भी जस के तस है। कुलवंत वैष्णव,सामाजिक कार्यकर्ता ग्राम घोटिया