बालोद, नगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष छवि सार्वा ने देश की पहलवान बेटियों पर हो रही अत्याचार पर सवाल उठाया उन्होंने कहा हमारे देश की बेटियां जिन्होंने तिरंगे की आन, बान ,शान के लिए इतनी मेहनत की है वही बेटियां आज जब सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। 4 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं तो उनकी सुनने वाला कोई नहीं है ।
35 दिन तक बेटियां राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठी रही लेकिन माननीय प्रधानमंत्री और उनके मंत्रियों ने एक बार भी वहां जाने या इन बेटियों से बात करने के बारे में नहीं सोचा।
28 मई को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही बेटियों को मारपीट कर खदेड़ कर हिरासत में ले लिया और प्रधानमंत्री जी उस समय एक ऐसी सदन का उद्घाटन कर रहे थे जहां लोकतंत्र छोड़कर सब कुछ है ।
पहलवान बेटियों पर सवाल पूछने पर एक महिला मंत्री मीनाक्षी लेखी जी ने जवाब देने के बजाय ऐसी दौड़ लगाई मानव मैराथन रेस दौड़ रही है ,आप सब सोच सकते है, जब देश की बहादुर बेटियों को मोदी राज में अपने मैडल गंगा नदी में प्रवाहित करने तक की नौबत आ रही है, इसका मतलब साफ है कि बेटियों को न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है ।ऐसे में आम बहन बेटियों की सुनवाई कौन करेगा।
पूरा देश और कांग्रेस पार्टी आज प्रधानमंत्री मोदी जी और उनके मंत्रियों से कई सवाल पूछना चाहती हैं ।
क्या हमारे देश के प्रधानमंत्री इतने कमजोर है कि एक सांसद के सामने घुटने टेक रहे हैं?
जिन बेटियों ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया मैडल जीते आज उन्हें बेटियों को सरकार दंगाई साबित करने पर क्यों तुली हुई है ?
बृजभूषण शरण सिंह से अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं मांगा गया ?
मेरी दो मुख्य मांगे हैं बृजभूषण सिंह इस्तीफा दे ।
मोदी जी और अमित शाह जी उन्हें बचाने की कोशिश ना करें ।दूसरा बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी हो, और कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।