बालोद – छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में राजस्व पटवारी संघ अपने आठ सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे है…पटवारियों के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से राजस्व विभाग के कार्य पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है…वही पटवारियों के हड़ताल से किसानों का भी कई कार्य प्रभावित हो रहे है …मामले पर पटवारियों की माने तो उनके द्वारा पूर्व में ही उनके द्वारा अपनी 8 प्रमुख मांगो को लेकर अल्टीमेटम दे चुके है…बावजूद इसके सरकार इनके मांगो को लगातार नजर अंदाज कर रहे है जिसके चलते उन्हें अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पर चलना पड़ा.वही इस आंदोलन में शामिल प्रदेश पदाधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके मांग अगर सरकार आज पूरा कर देंगे तो आज ही हड़ताल वापस ले लेंगे नही तो प्रदेश आह्वान के अनुसार यह आंदोलन आगे भी ऐसे ही चलता रहेगा।
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क्या है इनकी मांगे
1 पटवारियों की प्रमुख मांग जिसमे कार्य की अधिकता को देखते हुए कार्य अनुरूप वेतन विसंगति दूर करते हुये पटवारियों के वेतन में बढ़ोतरी किया जाये ।
2. राजस्व निरीक्षक की सीधी भर्ती पर रोक लगाया जाये एवं राजस्व निरीक्षक के कुल पदों के 50% पद पटवारियों के वरियता के आधार पर एवं शेष 50% पदों पर विभागीय परीक्षा के माध्यम से भर्ती किया जाये। साथ ही राजस्व निरीक्षक एवं नायब तहसीलदार की विभागीय परीक्षा नियमित रूप से आयोजित किया जाये।
3. पटवारियों को कार्यो के संचालन हेतु कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्केनर के साथ सर्व सुविधायुक्त कार्यालय उपलब्ध कराया जाये। 4. स्टेशनरी भत्ता को बढ़ाया जाये ।
5. रिक्त हल्को में या तो पटवारियों की नियुक्ति किया जाये या अतिरिक्त प्रभार के लिए मूल हल्के के मानदेय का 50% किया जाये।
6. पटवारी भर्ती परीक्षा में शैक्षणिक योग्यता स्नातक किया जाये।
7. मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त किया जाये।
8. बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज न हो।