मदर्स डे पर बालोद विधायक संगीता सिन्हा पहुँची वृद्धाश्रम
बालोद, जिंदगी के कई रिश्तों के बीच मां और बच्चे का रिश्ता सबसे खास होता है. बच्चे को जन्म देने से लेकर हर सुख और दुख में मां ही है, जो हमेशा बच्चे के साथ खड़ी मिलती है. वैसे तो किसी के लिए भी जीवन में मां की अहमियत को शब्दों में बयान कर पाना काफी मुश्किल होता है. बावजूद इसके साल का एक दिन मातृत्व के महत्व को सौंप दिया जाता है, जिसे हम मदर्स डे (Mother’s day) के रूप में मनाते हैं.
मदर्स डे आज सोशल मीडिया के युग में भी और खास हो जाता है आज ज्यादातर युवाओं के व्हाट्सएप फेसबुक स्टेटस पर मदर्स डे से जुड़ी ही पोस्ट देखने को मिलता है लेकिन इस बीच विडंबना भी है कि कई मां आज इस पल में खुद के संतानों से दूर वृद्धाश्रम में अपने दिन गुजारने को मजबूर है कुछ वास्तव में हालात और परिस्थितियों से वहां पर है लेकिन कई मां अपने संतानों के विकृत सोच के चलते यहां रहने को मजबूर है
इस बीच मदर्स डे पर संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा इन माताओं के बीच पहुंची और विधायक इन माताओं के बीच इतनी घुल मिल गई मानो उनके बहुत ज्यादा करीबी हो विधायक संगीता सिन्हा ने मदर्स डे पर सभी को फल व मिठाइयां वितरण किए तथा वृद्धाश्रम मौजूद वृद्धजन महिलाओ को विधायक ने खुद अपने हाथो से भोजन खिलाते नजर आए साथ ही सभी से उनका हाल चाल जाना इस दौरान वृद्धाश्रम में रहने वाले महिलाओ ने कुछ छत्तीसगढ़ी गीतों पर थिरकते नजर आए वही पूरे मामले पर संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने बताया कि ऐसे अवसरों पर वे अक्सर यहां पर आती है और इनके बीच समय व्यतीत करने में उन्हें काफी अच्छा लगता है ।
साथ ही यहां पर रह रहे बुजुर्गो के स्वास्थ्य के अलावा उनका हाल चाल जानकर उनके सेवा में जो अनुभूति मिलती है वो शायद जीवन में अन्य किसी कार्य में नही मिलती और शायद यही कारण है कि विधायक को देख वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्ग भी काफी खुस हो जाते है और उनके चेहरे खुशी साफ तौर पर ऐसे झलकती है जैसे कोई जनप्रतिनिधि नही बल्कि उनके संतान उनसे मिलने आए हो। इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर,विधायक प्रतिनिधि कमलेश श्रीवास्तव सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता व विभाग से जुड़े कर्मचारी मौजूद रहें।