दल्ली राजहरा, प्रथम दिवस 21 मार्च को चिखलाकसा और दल्ली राजहरा नगर में 100 स्थानों पर सवा लाख दीपो के साथ भारत माता की सामूहिक आरती का आयोजन किया गया था। इसके अलावा समिति द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों और समाजो से अपने परिसरों मे भारत माता की सामूहिक आरती करने की अपील किया गया था। इस प्रकार नववर्ष की पूर्व संध्या में नगर के चहुँ दिशाओं में लगभग 10 हजार परिवार द्वारा भारत माता की आरती में प्रत्यक्ष सम्मिलित होकर सवा लाख दीयों का दान किया गया।
द्वितीय दिवस 22 मार्च को विशाल शोभायात्रा और बनारस के गंगा आरती के तर्ज पर दिव्य व भव्य माँ भारती का आयोजन किया गया| बारिश और ख़राब मौसम के कारण शोभायात्रा में इस बार लोगो की सहभागिता कम दिखी, किन्तु संध्या 1001 दीयों के साथ सामूहिक आरती और सरस्वती शिशु मंदिर शालेय परिवार द्वारा प्रस्तुत गंगा आरती के तर्ज पर भारतमाता की आरती में लोगो का उत्साह चरम पर था…। लोगो ने साक्षात् बनारस की दिव्य और अलौकिक परम्परा को दल्ली राजहरा की पावन धरा पर उतरते अनुभूति कर रहे थे।
कार्यक्रम स्थल जैन भवन चौक में शोभायात्रा के समापन के पश्चात् समिति द्वारा दो प्रकार की आरती का आयोजन किया गया था..|सर्वप्रथम गायत्री परिवार से जुड़े कु. चंचल साहू, चांदनी साहू द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ कलश स्थापित किया गया तथा इसके बाद उपस्थित मुख्य वक्ता डॉ. आशुतोष मंडावी जी के करकमलो से दीप प्रज्जवलित कराया गया उसके उपरांत उपस्थित जनसमुदाय के द्वारा अपने अपने हाथो में लेकर 1001 दीपो के साथ भारतमाता की आरती किया गया उसके पश्चात् सभी ने अपने सुनिश्चित स्थान पर बैठकर सरस्वती शिशु मंदिर शालेय परिवार द्वारा प्रस्तुत गंगा आरती के तर्ज पर आयोजित माँ भारती के दिव्य व भव्य आरती का आनंद लिया गया| सचमुच दैवीय अनुभूति का अवसर था…समिति द्वारा कार्यक्रम स्थल पर बनारस के गंगा आरती का पूरा सेटअप लगाया गया था जिसे देखकर सभी उपस्थित लोगो के द्वारा जम कर प्रशंसा किया गया|
उक्त आरती के पश्चात् अतिथियों को मंचासन कराकर स्वागत अभिनन्दन किया गया| मंच पर विशिष्ठ आमंत्रित मुख्य वक्ता के रूप में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जन संचार विश्वविद्यालय रायपुर से आये डॉ. आशुतोष मंडावी जी (प्राध्यापक ) के साथ समिति के अध्यक्ष पवन कुमार गंगबोईर जी एवं समिति के पूर्व अध्यक्ष तोरण लाल साहू जी मंचस्थ थे।
अत्यंत ख़राब मौसम और स्व. स्फूर्त दो दिवस नगर बंद के बावजूद समिति के कार्यकर्ता आयोजन की तैयारियों मे लगातार डटे रहे। यद्यपि बारिश के कारण चौक चौराहो व खम्बो मे झंडा तोरण बांधना आसान नही था फिर भी किसी तरह आयोजन से पूर्व तक नगर के चौक चौराहो व मुख्य मार्ग के दोनों छोर के खम्बो को छोटे बड़े केसरिया ध्वज व तोरण पताको व बैनर पोस्टर से सजाया गया था| इसके अलावा नगर के सभी देवालय और मंदिरों तथा आसपास के कई गॉंवो में भी समिति द्वारा निशुल्क केसरिया ध्वज वितरित किया गया था ताकि केवल नगर में ही नही अपितु वनांचल क्षेत्रों में भी भारतीय नववर्ष को उत्सव की तरह मनाया जा सके….|
भारतीय नववर्ष को सफल बनाने के लिए समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा सनातन संस्कृति को मानने वाले अनेक सामाजिक संगठन, जातीय संगठन के साथ लगातार बैठके कर व्यक्ति- व्यक्ति, समाज – समाज की सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया था| परिणामतः नगर के सभी वर्गों के द्वारा उक्त आयोजन को तन- मन -धन से सहयोग और समर्थन मिलने लगा।
कार्यक्रम के समापन में आभार प्रदर्शन महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका सत्या साहू ने किया|
समिति द्वारा पिछले आठ सालों से लगातार क्षेत्र में सामाजिक समरसता के लिए कार्य किया जा रहा है उसका परिणाम अब धीरे धीरे आने लगा है|
कार्यक्रम में सभी राजनितिक पार्टी के कार्यकर्ता, स्वयं सेवी संगठन के कार्यकर्ता, सभी हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता व विभिन्न समाज के प्रमुख पदाधिकारी व सदस्यों की उपस्थिति रही है|