बालोद,मृत्यु के बाद हमारे शरीर के अंगों से बहुत से लोगों का कल्याण हो सकता है, लिहाजा अंगदान अब महादान कहा जाता है. हमारे देश में मृत्यु के उपरांत देहदान बहुत कम किया जाता है, लेकिन यह समय की जरूरत है. आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो मृत्यु उपरांत अपने शरीर के अंगों को दानकर दूसरों को नया जीवन देने का जज्बा रखते हैं।
जिले के डोंडीलोहारा निवासी राजस्व विभाग बालोद से सेवानिवृत्त हुए 65 वर्षीय चुन्नीलाल साहू ने भी जीते जी अपने निधन के बाद अपने शरीर को दान में दे दिया, जिससे ना केवल जरूरतमंदों को उनके अंग लगाए जा सकें, बल्कि यह मेडिकल रिसर्च में भी काम आ सकेगा। डोंडीलोहारा निवासी चुन्नीलाल साहू ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यलय पहुचकर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जेएल उइके को शपथ पत्र भरकर देहदान किया। वृद्ध के इस जुनून और समाजसेवा के कार्य की नागरिक सराहना कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जे एल उइके एवं अखिलेश शर्मा की मौजूदगी में देह दान का फैसला लिया।जिस पर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा की देह दान करने के फायदे बताते हुए कहा कि मेडिकल कालेज में पढ़ने वाले छात्रों को इससे अध्ययन करने में बहुत से जानकारियां मिलती हैं एवं शरीर के हर भागो का अध्ययन करने में सहायक होता है इसमें सभी लोगो को सामने आना चाहिये । देह दान कर्ता चुन्नी लाल साहू को ढेरो बधाई दी।देह दान कर्ता चुन्नी साहू पूर्व रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक की पत्नी जयंती साहू बड़े पुत्र गोपी साहू पत्नी लोकेश्वरी साहू वर्तमान में नगर पंचायत लोहारा के अध्यक्ष है।उनका छोटा पुत्र भुनेश्वर साहू , बड़ी पुत्री चमेली साहू और मोहनी साहू सहित राजस्व विभाग के आर आई रमेश शर्मा तुमन बघेल बसन्त हिरावनी बाबू विजय कोटवार उपस्थित थे।