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बालोद जिले में अब कोरोना के नए मामलों में कमी के बाद अब महावीर कोविड सेंटर को किया गया बंद…संचालक ने बताया अब इस परिस्थिति होगा चालू

बालोद – बालोद शहर में जैन समाज सहित अन्य समाज के सहयोग से संचालित महावीर कोविड- केयर सेंटर का गुरुवार को समापन हुआ। अब यहां एक भी कोरोना मरीज नहीं है। यह अच्छी बात है कि बालोद जिले में भी अब मरीज लगातार घट रहे हैं। तो वही मौतों का सिलसिला भी अब थमा है। महावीर कोविड सेंटर ने सेवा भाव की एक अनूठी मिसाल पेश की है। दूसरी ओर अरिहंत एकेडमी सहित जैन समाज व अन्य समाज के लोगों के द्वारा मिलकर शुरू किए गए मानव सेवा संस्थान व दुर्गा मंदिर समिति के संयुक्त पहल ने भी लोगों की जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गुरुवार को महावीर कोविड केयर सेंटर का समापन संयोजक व प्रमुख डा. प्रदीप जैन ने बताया कि 18 अप्रैल से इस सेंटर की शुरुआत की गई थी। यह उस वक्त का दौर था जब कोरोना के केस बहुत ज्यादा बढ़ रहे थे। सरकारी अस्पतालों व कोविड- सेंटरों में बेड की कमी महसूस की जा रही थी ऐसी स्थिति में जैन समाज ने कदम आगे बढ़ाते हुए सोचा कि क्यों न हम भी लोगों की मदद के लिए जुटे और कोविड केयर सेंटर संचालित करें। महावीर आइटीआई भवन को इसके लिए चयनित किया गया और 18 अप्रैल से यह सेवा कार्य शुरू हुआ था। 18 अप्रैल से लेकर 9 जून तक यह सेंटर संचालित हुआ। इस दौरान कुल 380 मरीज यहां भर्ती हुए और सभी स्वस्थ होकर अपने-अपने घर लौटे। यह एक बड़ी और अच्छी बात है कि यहां भर्ती हुए मरीजों में एक की भी मौत नहीं हुई। इस सेंटर में 10 ऑक्सीजन बेड की भी सुविधा थी ताकि किसी की स्थिति खराब होती है तो उन्हें आक्सीजन की सुविधा भी दी जा सके। पर बहुत कम केस आक्सीजन से संबंधित सामने आए। अधिकतर मरीज अपनी इच्छाशक्ति और दवाइयों के भरोसे ही कोरोना से जंग जीतने में कामयाब हुए तो उन्हें इस जंग में एक हौसला देने के लिए विभिन्ना गतिविधियों के जरिए सेंटर के द्वारा मदद की गई।समापन समारोह में संयोजक डा. प्रदीप जैन को साफा पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। संचालन के दौरान दो माह तक सेवा देने वाले सभी चिकित्सकों, नर्स, कंपाउंडर एवं सफाई कर्मचारी के साथ ही सभी 108 एवं 102 के एंबुलेंस चालकों को भी प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कोरोना काल के दौरान सेवा देने वाले अरिहंत मंडल के सदस्यों एवं दुर्गा मंदिर मानव सेवा संस्थान के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में मंच पर संयोजक डा. प्रदीप जैन के साथ स्वरूप राठी, मनोहर नाहटा, डा. दुष्यंत सोनबोईर, राजेश बाफना एवं शंभु साहू भी उपस्थित थे। आभार महावीर आइटीआई के संचालक राजेश बाफना ने किया । संचालन दानमल जैन एवं मोहन नाहटा ने किया।

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