बालोद-छत्तीसगढ़ राज्य के पेश हुए बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि भूपेश बघेल ने अपने अंतिम बजट को भरोसे का बजट बताया तो क्या बीते 4 साल के बजट धोखे का बजट था स्पष्ट करें।मेट्रो रेल की बात करने वाली कांग्रेस सरकार पहले ठीक से सीटी बस तो चला ले घोषणा पत्र में इस बार भी शराबबंदी पर बजट में कुछ नहीं कहना महिलाओं का अपमान है अनियमित, संविदा ,दैनिक वेतन भोगी के नियमितीकरण के बारे में इस बजट में कुछ नहीं कहा है पीडब्ल्यूडी विभाग में जो टेंडर प्रक्रिया पालन करते तक आचार संहिता लग जाएगी जिससे अधोसंरचना जीरो होगा आगे कहा कि संवेदनहीन सरकार कम से कम 3 माह से अनुकंपा नियुक्ति के लिए धरने पर बैठी बहनों को अनुकंपा नियुक्ति देने बजट में कोई प्रावधान ला देते यह बजट सरकारी कर्मचारियों को धोखे में रखने वाला बजट है संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, सहायक शिक्षकों को समान वेतनमान, स्व सहायता समूह का कर्जा माफी, वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, निराश्रित बुजुर्गों को 1000 -1500 राशि का वादा, संपत्ति कर को आधा करने, छत्तीसगढ़ में 18 लाख लोग प्रधानमंत्री आवास की लिस्ट हैं उनका क्या होगा 4 वर्ष पहले चुनाव में किये अपने घोषणापत्र के 36 घोषणा को एक बार पढ़ लेते तो बजट पढ़ने की हिम्मत नहीं होती हर वर्ग इस बजट से निराश हैं इसका प्रमाण 12 मार्च से कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा है सरकार ने वादाखिलाफी का नया कीर्तिमान रचा है जनता का भरोसा तोड़ने वाला यह बजट अब सरकार को घर बैठने की तैयारी कर लेनी चाहिए।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिला भाजपा उपाध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि कांग्रेस कर रही युवाओं से धोखा अपने घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष टि एस सिहदेव ने राहुल गांधी को बताया था कि सर छत्तीसगढ़ के 10 लाख बेरोजगार युवाओं को 25 सौ प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देंगे जिसके लिए प्रतिवर्ष 3000 करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में रखेंगे किंतु अंतिम बजट में 250 करोड़ बजट में बेरोजगारी भत्ते के लिए रखा गया है क्या भूपेश बघेल सरकार एक माह का भत्ता देगी या पांचवे साल भी युवाओं को धोखे में रखेंगे पहले छह लाख तक आय वाले परिवार को गरीबी रेखा के नीचे माना जाता था किंतु बेरोजगारी भत्ता ज्यादा लोगों को ना देना पड़े इसलिए भूपेश सरकार ने ढाई लाख रुपए तक की आय वाले परिवार के बेरोजगारों को ही भत्ता देने की बात कर रहे हैं यह बजट किसान विरोधी है किसानों के दम पर बनी सरकार ने किसानों को छला है 2 साल के बोनस का वादा झूठा निकला, लाखों किसानों के मोटर पंप कनेक्शन की लाइन मे है उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है 200 फूट पार्क की स्थापना पर बजट में कुछ नहीं सरकार ने अपनी महत्वकांक्षी योजना नरवा, घुरवा, गरबा, बाड़ी के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं रखा इसमें सारे पैसे की बर्बादी केंद्र के मनरेगा के पैसों की होगी इससे आम जनता को एक पैसे का भी लाभ नहीं हो रहा है बजट से छत्तीसगढ़ की जनता को घोर निराशा हुई है ।