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*भाजपा जिला कार्यालय में उल्टा तिरंगा फहराने के मामले में जिलाध्यक्ष का बयान पिन के कारण उल्टा दिख रहा तिरंगा लेकिन दुसरीं तस्वीर में तिरंगा कैसे हुआ सीधा…पढ़े प्रदेशरूचि पर*

बालोद- बालोद जिले के भाजपा जिला कार्यालय में उल्टा तिरंगा फहराने वाले मामले में फिर एक तस्वीर सामने आई है पूरे मामले में जहां उल्टा तिरंगा फहराने के मामले में बालोद भाजपा जिलाध्यक्ष के नजरो के सामने हुए तिरंगे के अपमान के चलते आज पूरे भाजपा पर इस मामले में उंगली उठ रही है वही मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष कहा कि “भारतीय जनता पार्टी वाले आरएसएस से प्रेरित रहते है और आरएसएस वाले आजादी के बाद 52 साल तक तिरंगा झंडा नहीं फहराये, बालोद जिला भाजपा अध्यक्ष के द्वारा तिरंगे झंडे को उल्टा फहराना निश्चित रूप से तिरंगे झंडे अपमान है और इसके लिए राष्ट्रीय तिरंगा झंडा के लिए बनाए गए नियम के अनुसार समुचित कार्रवाई होनी चाहिए, प्रशासन को मामले में संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए।”

वही दुसरीं तरफ मामला तूल पकड़ते देख इसी जगह की एक और तस्वीर वायरल हो गई जिसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष का बयान भी सामने आया कि “उल्टा लगने वाली कोई बात नही, झंडा लगाने वाला प्रशिक्षित आदमी है, 2008 से विधायक कार्यालय में भी वही लगाता था, और जब 2016 से हम कार्यालय खोले तब से वही लगा रहा है, वो पिन अटक गया था, जिसको खींचने से ऐसा लगा, अगर ऐसा होता तो मैं अपनी गलती स्वीकार कर लेता।”

आपको बतादे पूरे मामले में जो दो तस्वीरे सामने आई है उस तस्वीर को देखने से साफ पता चलता है कि दोनों तस्वीरों को करीब आधे से एक घन्टे के अंतराल में खिंची गई है

 

 

1 पहली तस्वीर जिसमे तिरंगा साफ तौर पर उल्टा दिख रहा उस तस्वीर में सूर्य की रोशनी जिस दीवार पर पड़ रही है उसमें एक पाइप से दीवार पर पड़ने वाली वाली परछाई और दुसरीं तस्वीर जिसे कुछ घन्टो बाद वायरल किया गया उसमें दीवार पर पड़ने वाली परछाई से साफ होता है कि दोनो तस्वीरे अलग अलग समय मे लिया गया है।


2 पहली तस्वीर में भाजपा जिलाध्यक्ष झंडा फहराते वक़्त भाजपा का गमछा नही पहना था लेकिन दुसरीं तस्वीर में जिलाध्यक्ष भाजपा गमछा पहने नजर आए

वही दोनो तस्वीरों में कुछ लोग भी बदले नजर आए जबकि दोनो फ़ोटो यदि एक समय ली जाती तो निश्चित इन तस्वीरों में इतना अंतर आना संभव नही था लेकिन कहीं न कहीं अपनी गलतियों को छिपाने का प्रयास किया गया लेकिन गलती इंसानी नजरो से बच सकती मगर प्रकृति से छिपाना संभव नही और कुछ ऐसा प्रयास भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा किया जा रहा है साफ तौर पर उल्टे फहराए तिरंगे को उतारकर सीधा फहराए और दुसरीं तस्वीर खींचकर वायरल किया गया ।

इस पूरे मामले में जब और तफ्तीश की गई उपस्थित लोगों से चर्चा किया गया तो बताये की जिला कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद वे लोग सरयू प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम चले गए थे उसके बाद क्या हुआ उन्हें नही मालूम । जबकि दुसरीं तस्वीर में भी उपस्थित कुछ लोगों से चर्चा किया गया तो उन्होंने बताया कि वे जब पहुंचे तो ध्वजारोहण हो चुका था वे कार्यालय में कुछ देर बैठने के बाद वहां से चले गए ।

बहरहाल मामला गंभीर है और पूरे मामले में जिस तरह से भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है देखना होगा उस पूरे मामले में आगे प्रशासन क्या कार्यवाही करती है।

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