मुंबई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जनवरी को मुंबई दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था. जानकारी के मुताबिक इसी दिन जब एमएमआरडीए जहां पीएम मोदी का एक कार्यक्रम होना था. वहां एक शख्स एनएसजी का फर्जी पहचान पत्र दिखाकर घुसने की कोशिश कर रहा था. बताया जा रहा है कि उस शख्स ने हाई सिक्योरिटी वाले वीवीआईपी जोन में घुसने की कोशिश की थी. हालांकि शक होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम रामेश्वर मिश्रा है. और वो नवी मुंबई का रहने वाला है. हालांकि पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है. और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर क्यों वो शख्स वीवीआईपी सेक्शन में जाने की कोशिश कर रहा था.
जाने क्या है मामला
पुलिस के मुताबिक एंट्री लेने से पहले वह इधर-उधर घूम रहा था। इसलिए क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की नजर इस पर बनी रही। आधे घंटे तक उस पर नजर रखने के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया और उससे पूछताछ की। आरोपियों के पास से 13 जनवरी को जारी की गई एलीट नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की फर्जी आईडी मिली थी। इसमें रेंजर के पद पर उनकी पोस्टिंग का जिक्र है। लेकिन, आईडी के रिबन पर दिल्ली पुलिस सुरक्षा (PM) लिखा हुआ था।
एनएसजी की बनाई फर्जी आईडी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया आरोपी पूछताछ के दौरान बार-बार दावा करता रहा कि वह एनएसजी के पठानकोट हब में पोस्टिंग पर है, लेकिन जब मुंबई पुलिस ने इसकी जांच की, तो उसकी आईडी फर्जी (Fake NSG ID) निकली। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 171, 465, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, पुलिस ने शुक्रवार को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने उसे 24 घंटे की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
रिवॉल्वर समेत चार राउंड गोली बरामद
पकड़ें गए दोनों लोगों की कटराम चंद्रगाई कावड और रामेश्वर मिश्रा के रुप में पहचान हुई है। कटराम की उम्र 39 साल है और यह मुंबई के भिवंडी इलाके का रहने वाला है। पीएम मोदी के सभा वाली जगह पर गश्त करते हुए पुलिस के जवानों पर इस पर शक हुआ तो पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान उसके पास से रिवॉल्वर समेत चार राउंड गोली बरामद हुई। यह व्यक्ति होटल और ट्रांसपोर्ट के बिजनेस से जुड़ा हुआ है। फिलहाल पुलिस ने धारा 37 (1), 135 मपोका 1951 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।