बालोद-बेईमानी के सौ रुपए से ज्यादा ईमानदारी का एक रुपया है। यह कथन हम आज एक ऐसी एक व्यक्ति के लिए कह रहे हैं जिसने ईमानदारी की मिसाल (example of honesty) पेश की है। एक व्यक्ति का नाम चंद्रप्रकाश साहू है और इनके कर्मों से ही इसकी ईमानदारी झलकती है।बता दें कि चंद्रप्रकाश साहू नया बस स्टैंड गए थे अचानक उनकी नजर एक बैग पर पड़ी और तत्काल सायबर सेल से सपर्क कर बैग नगदी रकम सहित सामान को जमा किया
बालोद साइबर सेल की टीम ने बुधवार को गुम हुए टैबलेट,नगदी 9 हजार रुपये व दस्तावेज को खोज निकाला है। गुम हुए टैबलेट,नगदी रकम व दस्तावेज पाकर टोमन ठाकुर काफी खुश हुए। पुलिस ने बताया कि राकेश कुमार ठाकुर पिता टोमन लाल ठाकुर ग्राम धौराभाठा मालीघोरी निवासी है जो भारत फायनेंस कम्पनी में काम करता हैं जिसका बुधवार की रात 09 बजे बस स्टैण्ड बालोद के पास बैग गुम हो गया था। जिसमें 9000 रूपये नगदी एक नग टैबलेट, कागजात थें। वह बैग बालोद निवासी चंद्रप्रकाश साहू को मिला था उसके द्वारा साइबर सेल बालोद में सम्पर्क कर बैग नगदी रकम सहित सामान को जमा किया । साइबर सेल द्वारा गुम बैग के वास्तविक मालिक का पता कर गुरुवार को प्रभारी साइबर सेल दिलेश्वर चंद्रवंशी के द्वारा राकेश कुमार ठाकुर को साइबर सेल कार्यालय बालोद में बुलाकर चंद्रप्रकाश साहू के हाथ से उसके गुम बैग 9000 रूपये नगदी एक नग टैबलेट, जरूरी कागजात को दिया गया। चंद्रप्रकाश साहू के इस सराहनीय कार्य से प्रभारी साइबर सेल के द्वारा उसे पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया। गुम सामान व नगदी रकम पाकर राकेश कुमार ठाकुर काफी प्रसन्न हुआ चंद्रप्रकाश साहू और पुलिस विभाग का धन्यवाद ज्ञापित किया।
पुलिस की अपील
बालोद पुलिस आम जनता से अपील करता है कि किसी को गुम हुए बैग, मोबाइल, घड़ी,पैसा सामान आदि मिलने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन में जमा करें एक जागरूक एवं जिम्मेदार व्यक्ति का कर्तव्य निभायें