बालोद-पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए युवक सायकल से छग भ्रमण के लिए निकल गए हैं। बहुत से लोग अपने-अपने अंदाज में इस दिशा में काम कर रहे हैं, ताकि लोगो को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे युवा की, जो साइकिल के माध्यम से प्रदेशवासियों को ‘पेड़ लगाओ, प्रकृति बचाओ, पानी बचाओ’ का सन्देश देने के लिए निकला हैं। छग के रायगढ़ जिले के लैलूंगा ब्लाक के ग्राम कमरगा का रहने वाला युवक प्रमोद कुमार सिरदार साइकिल पर सवार होकर छग के भ्रमण पर निकला है।
रायगढ़ जिले के युवक 19 जिलों में 1792 किमी सायकल चलाकर आज पहुचे बालोद
पूरे छत्तीसगढ़ में साइकिल चलाकर पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रायगढ़ जिले के लैलूंगा ब्लाक के ग्राम कमरगा से निकले प्रमोद सिदार ने आज अपनी इस यात्रा का 43 दिन पूरा कर लिया है. इस बीच प्रमोद 19 जिलो में 1792 किलोमीटर साइकल चलाकर आज बालोद जिला मुख्यालय पहुंचे।इसके पीछे उनका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। पर्यावरण के लगातार गिरते स्तर, पेड़ो की कटाई, प्रदूषित वातावरण जैसी समस्याओं को देखते हुए प्रमोद ने लोगों को प्रेरित करने के लिए एक पहल की है।
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सयुक्त कलेक्टर का फरमान-बाहरी व्यक्ति के लिए नही है रेस्टहाउस
रायगढ़ जिले के लैलूंगा में रहने वाले प्रमोद कुमार सिदार ने अपनी यात्रा की शुरुआत यहां से की और यहां से जशपुर, बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, जांजगीर, सक्ती ,बिलासपुर, मुंगेली,कवर्धा, बेमेतरा,दुर्ग, खैरागढ़,राजनांदगांव होते हुए गुरुवार को बालोद पहुंचे। प्रमोद ने बताया कि सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक सायकल यात्रा करते है जिसके बाद किसी भी स्थान पर रात्रि में विश्राम करते हैं।किसी समाजिक संगठनों या थाने में विश्राम करते हैं।उन्होंने बताया कि कई बार यात्रा के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा हैं।मुंगेली जिले में यात्रा पहुचे थे तो वहाँ लोगो ने रेस्ट हाउस में विश्राम करने को कहा गया लेकिन रेस्ट हाउस में ठहरने के लिएअनुमति के लिए मुंगेली के कलेक्टर को फोन लगाया गया परन्तु कलेक्टर ने फोन रिसीव नही किया गया जिसके बाद सयुक्त कलेक्टर को फोन लगाकर रेस्टहाउस में ठहरने के लिए गुहार लगाई गई जिस पर सयुक्त कलेक्टर ने रेस्टहाउस पहुचने की बाते कही गई और रेस्टहाउस पहुचकर उक्त को रेस्टहाउस में बाहरी व्यक्ति को ठहराने के लिए इंकार कर दिया ।इस दौरान रेस्टहाउस में उपस्थित लोगों ने सयुक्त कलेक्टर की फरमान को तुगलकी फरमान बताते हुए नाराजगी व्यक्त करते हुए उनकी बात को नजर अंदाज कर यात्रा पर निकले युवक प्रमोद सिरदार को उसी रेस्टहाउस में ठहराया गया।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करेंगे तो हमें स्वच्छ वातावरण मिलेगा-प्रमोद सिरदार
प्रमोद ने कहा कि आज तेजी के साथ पेड़ो की कटाई हो रही है और उसे रोक पाने में हम सभी असफल हो रहे हैं। लिहाजा अब हमे पर्यावरण के प्रति जागरूकता होना पड़ेगा और पर्यावरण प्रेमी बनना पड़ेगा। ताकि हम सब मिलकर बढ़ते प्रदूषण को रोक सकें. यदि हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करेंगे तो हमें स्वच्छ वातावरण मिलेगा।उन्होंने बताया कि स्कूलों में जाकर बच्चो को पर्यावरण संरक्षण के सबंध में जागरूक किया जा रहा हैं। इसके अलावा 43 दिनों में 28 पेड़ लगा चुके है।