बालोद- राज्य शासन ने सरकारी राशन वितरण करने के लिए राशन दुकान संचालकों को ई-पास मशीन उपलब्ध करवाई है। इस मशीन से नाप तौलकर ही हितग्राहियों को राशन वितरण करने के निर्देश दिए। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने सभी राशन दुकान संचालकों को मशीन मुहैया करा दी है।राशन दुकानों में हो रही परेशानी को सुलझाने में शासन व प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है। उक्त समस्या के कारण उपभोक्ताओं को घंटों खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।ज्ञात हो कि अक्टूबर माह से जिले के लगभग सभी राशन दुकानों में पॉश मशीन से इलेक्ट्रानिक तौल दिया गया है जिसके कारण अंत्योदय एवं राशन कार्डधारी उपभोक्ता को 35 किलो चांवल लेने में दो बार पॉश बल्समेन को मशीन में अंगूठा लगाने के साथ ही चांवल 15 किलो दो बार तौल कर लेना पड़ता है वहीं सर्वर डाउन रहने पर उपभोक्ताओं को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। राशन दुकानदारों व उपभोक्ता द्वारा जिला खाद्य विभाग को शिकायत किए जाने पर एक ही जवाब मिलता है कि उपर से सर्वर डाउन है, सुधार कार्य जारी है। ऐसी स्थिति एक बार नहीं अनेकों बार निर्मित हो रही है।
फिंगर प्रिंट एक बार में ओके नहीं हो रहा
सर्वर के चक्कर में प्रत्येक उपभोक्ता का फिंगरप्रिंट दो बार से अधिक लेना पड़ रहा है, जबकि इसके पूर्व सिर्फ एक बार लिया जाता था। इसके कारण दुकानदारों व उपभोक्ताओं के मध्य विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। क्योंकि दोबारा फिंगरप्रिंट से समय दुगुना लगता है।
एक हितग्राही को 15 मिनट समय लग रहा
विक्रेता संघ के अनुसार सर्वर की दिक्कत के कारण प्रतिदिन समय बर्बाद हो रहा है। एक-एक हितग्राही को 15-15 मिनट का समय लग रहा है। जब से ई-पॉश मशीन आई है, तब से हर माह कुछ न कुछ समस्या लगी रहती है। कई बार हितग्राही लड़ाई-झगड़े पर उतर जाते हैं, समस्या का समाधान किया जाए।
साॅफ्टवेयर अपडेट होने के बाद शुरू हुई समस्या
जिले के सभी राशन दुकानों का ई-पॉस मशीन का साॅफ्टवेयर अपडेट किया गया। इसके चलते सभी दुकानदार के साथ हितग्राहियों की समस्या बढ़ गई है। कई बार सर्वर स्लो होने के फिंगर मैच नहीं हो रहा है। सुबह 10 बजे के बाद सर्वर की समस्या शुरू होती है। जिले के सभी दुकानों में एक साथ भीड़ जुट जाती है, जिसके कारण सर्वर की परेशानी होती है। दूसरी ओर इस समस्या का समाधान जिला स्तर पर भी संभव नहीं है। क्योंकि इसे राज्य स्तर पर ऑपरेट किया जाता है।