बालोद,, जिला मुख्यालय के अलावा क्षेत्र में जिम की संख्या लगातार बढ़ रही है फिटनेस जिम के नाम पर नियमों का अनदेखा किया जा रहा है बालोद जिला मुख्यालय के अलावा बालोद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार अवैध जीम का संचालन होने लगा है नियमों का पालन नहीं हो रहा है और तो और संबंधित विभाग में जिम पंजीकृत भी नहीं है चौंकाने वाले तथ्य हैं इस जिम में जितने भी लोग हैं वह एक्सपर्ट नहीं है जिसकी वजह से युवाओं का भविष्य अंधकार में हो गया है,युवाओं में बॉडी बिल्डिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है, जिसका ही फायदा जिम संचालकों द्वारा उठाया जा रहा है। दल्लीराजहरा शहर में भी कई लोगों ने जिम खोल रखी हैं, लेकिन किसी भी जिम में कोई एक्सपर्ट ट्रेनर या फिर डाइटीशियन नहीं हैं, बावजूद इसके न पर संबंधित विभाग ध्यान देने की जहमत नहीं उठा पा रहा है।
सेहत बनाने के नाम पर युवा हो रहे ठगी के शिकार
दल्लीराजहरा शहर सहित जिले में जिम के संचालकों द्वारा अधिकतर लोगों को सेहत बनाने के नाम पर गुमराह कर ठगा जा रहा है। क्योंकि जिम चलाने वाले लोग बॉडी बिल्डिंग की ट्रेनिंग देने के नाम पर उनकी सेहत के साथ खिलबाड़ कर रहे हैं। जिम का रजिस्ट्रेशन स्माल स्केल इंडस्ट्री के तहत होता है, इसके लिए जिले के उद्योग विभाग से फॉर्म लेना होता है, इस फॉर्म को भरकर जमा करने पर जिम खोलने का लाइसेंस मिल जाता है। शुरुआत में उद्योग विभाग अस्थायी लाइसेंस देगा, बाद में स्थायी लाइसेंस के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, बावजूद इसके जिले में एक भी जिम उद्योग विभाग में पंजीकृत नहीं है।
बिना एक्सपर्ट के दी जाती है न्यूट्रिसंस और प्रोटीन
जिम में सेहत बनाने के नाम पर युवा ठगे जा रहे हैं, पिछले कुछ वर्षों से जिले में संचालित कई जिम संचालकों द्वारा बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के खुराक दी जा रही है, बॉडी बिल्डिंग करने वाले युवाओं को कब, कितना स्टेरॉयड्स देना है और कौन-कौन से न्यूट्रीशंस उन्हें लेने हैं और किस तरह प्रोटीन ग्रहण करना है। यह एक्सपर्ट द्वारा तय किया जाता है, लेकिन शहर में संचालित अधिकांश जिम संचालक युवाओं को मनमानी ढंग से खुराक दे रहे हैं। जबकि मनमाने ढंग से दी जा रही खुराक शरीर मेें निगेटिव असर भी डालती हैं। साथ ही कई बार मनमाने ढंग से ली गई खुराक युवाओं के जीवन के लिए संकट का कारण भी बन सकती है।
सप्लीमेंट्री फ़ूड सेहत पर पड़ सकता है भारी
भारी पड़ता है सप्लीमेंट्स पर निर्भर होना। वजन बढ़ते ही लोग जिम ज्वॉइन कर लेते हैं और चाहते हैं कि उनका बढ़ा हुआ वजन जल्दी से कम जो जाए। इसके लिए वह जिम तो जाते हैं, लेकिन कुछ चीजों को खाना भी छोड़ देते हैं। धीरे-धीरे उनका दिल और दिमाग ऐसा हो जाता है कि उनके मन में खाने पीने की कुछ चीजों को लेकर भ्रम पैदा हो जाता है। कई लोग जिम संचालको की बात मानकर सिर्फ सप्लीमेंट पर ही चलते हैं। जबकि ऐसा करना उनकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक भी हो सकता है। ज्यादातर युवा जो पूरी जिंदगी जिम में अपना शरीर को बलशाली बनाने में लगे हुए होते है और बॉडी बनाने के लिए अनजाने में शक्तिवर्धक केमिकल युक्त दवाओं और टीकों का प्रयोग करते है उनका बुढ़ापा बहुत ही दर्दनाक गुजरता है। इन्हे हमेशा इन सप्लीमेंट्स पर निर्भर करना भारी पड़ सकता है। दल्लीराजहरा क्षेत्र में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है कि अवैध रूप से जिम का संचालन किया जा रहा है नियमों का पालन नहीं हो रहा है संचालक अपने सुविधानुसार जिम का संचालन कर रहा है
बाहर का खाना भी जरूरी
जिम ज्वाइन करते हुए लोग अक्सर बाहर के खाने को सबसे पहले परहेज करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके मन में ये बात बैठ जाती है है कि बाहर का खाना खाने से बजन बढ़ता है। बाहर का खाना भी सेहत के लिए जरूरी होता है। क्योंकि कभी-कभी बाहर का खाना खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता पर कोई असर नही पड़ सकता है। साथ ही रुटीन डाइट से दिमागी तौर पर शांति मिलती है। कुछ भी खाने से पहले लोग उसमें कितनी कैलोरी होती है सबसे पहले यही देखते हैं। जबकि जिम ज्वाइन करने के दौरान इस बात का भी पता नहीं रहता है कि किस चीज में कितनी कैलोरी होती है। यहां तक जिम संचालक युवाओं को यह भी नहीं बताते हैं कि कितनी कैलोरी का सेवन एक दिन में करना चाहिए।
आसपास के जिलों में भी गलत तरीके से हो रहा संचालन
बालोद दल्लीराजहरा, गुंडरदेही गुरुर,डौंडीलोहारा सहित पड़ोस के जिलो में भी जिम का कारोबार और उसमें जाने वाले लोग अपना स्टेटस सिंबल मानने लगे हैं, भले ही जिम से मिलने वाले लाभों की आवश्यकता न हो पर मोटी फीस देकर वहां जाना और सोसायटी मेंटेन करना चलन में आ गया है, इसका भरपूर फायदा जिम संचालक ले रहे हैं, हालात यह हैं कि जिन्हें जिम की आवश्यकता नहीं है या फिर जिनके जिम जाने और आधुनिक मशीनों का उपयोग करने के लिए चिकित्सक सलाह नहीं दे रहे है, बावजूद इसके मोटी फीस लेकर संचालक बिना किसी मान्यता प्राप्त चिकित्सक और प्रशिक्षक के निगरानी के बिना ही यह कारोबार कर रहे हैं। जिस कारण बीते कुछ माहों में कई नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ा, बल्कि कई तो, जीवन भर के लिए अपंग तक हो गये। इतना सबकुछ होने के बाद भी न तो स्थानीय प्रशासन और न ही जिला प्रशासन की कोई इकाई इस ओर ध्यान दे रही है।
इस संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारी जे एल उइके ने बताया कि जिम संचालन करने वालों को नियमों का पालन करना चाहिए, साथ ही जिम में प्रवेश करने वाले लोगों को फैमिली चिकित्सक की सलाह के साथ ही जिम जाना चाहिए ,उन्होंने बताया कि अनावश्यक रूप से जिम जाने से काफी नुकसान होते हैं एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व में 3 मौतें भी हो चुकी है चिकित्सक के सलाह के बाद ही जिम को ज्वाइन करना चाहिए,,
सी आर टीकम अधिकारी, जिला उद्योग केंद्र बालोद कहते हैं कि बालोद जिले में अभी तक एक भी जिम संचालक ने पंजीकृत नहीं कराया है आजकल ऑनलाइन पंजीयन भी होने लगा है अगर कुछ लोगों ने पंजीयन कराया भी होगा तो रिकॉर्ड देख कर बता पाऊंगा, जिम संचालकों को शासन के नियमों का पालन करना चाहिए
फिटनेस जिम के संचालक रत्ना शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा सभी नियमों का पालन किया जा रहा है और फिटनेस स्वास्थ्य के अलावा योगा किस तरह कराया जाना चाहिए इसे लेकर ट्रेनर के द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है शासन के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है आधुनिक किस्म की सभी मशीनें के माध्यम से फिटनेस का लाभ लोगों को मिल रहा है, एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि जिम में प्रवेश करने वाले लोगों को लगातार लाभ मिल रहा है मोटापा कम हो रहा है चेहरे में चमक आ रही है फिटनेस दिखने लगा है।