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बालोद – कलेक्टर शब्द ही जहां सामने आती है तो वहां रौब और पावर साफ झलकता है लेकिन कोई कलेक्टर इतना सहज और सरल हो तो निश्चित आम लोगो के लिए किसी रामराज्य से कम नही कुछ ऐसा ही नजारा उस वक्त देखने को मिला जब बालोद जिले के कलेक्टर बाल दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित घरौंदा में मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चो के बीच पहुंचे इस दौरान कलेक्टर ने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने बच्चों को चाॅकलेट और फल भी वितरण किया।
बच्चो ने जताई कैरम खेलने की इच्छा
इस बीच जब कुछ बच्चों ने कलेक्टर के साथ कैरम खेलने की ईच्छा जाहिर की, जिस पर कलेक्टर ने बच्चों के साथ बैठकर कैरम भी खेला। कलेक्टर को अपने साथ बैठकर खेलते देख बच्चे काफी उत्साहित थे एवं आत्मीयता का अनुभव कर रहे थे। कलेक्टर ने घरौंदा के पर्यवेक्षक से प्रतिदिन मिलने वाले भोजन व अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने घरौंदा में रसोई कक्ष, बिस्तर, शौचालय आदि का भी अवलोकन कर जायजा लिया।
कलेक्टर ने रसोई कक्ष में पके हुए भोजन व सब्जी का अवलोकन कर उसकी गुणवत्ता भी परखी। कलेक्टर शर्मा ने घरौंदा परिसर में संचालित स्वावलंबन केन्द्र का भी जायजा लिया और प्रशिक्षणरत् दिव्यांग महिलाओं से चर्चा की। प्रशिक्षणरत महिलाओं ने बताया कि उन्हें नियमित रूप से सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वे अब अच्छे से विभिन्न प्रकार के कपड़े सिलना सीख चुकी हैं। इस दौरान कलेक्टर ने महिलाओं द्वारा सिलाई किए गए कपड़ों का अवलोकन कर उनके सिलाई कार्य की सराहना की और महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ने प्रेरित किया।