बालोद- वन विभाग समिति प्रबंधक की भर्ती में अनियमितता के बीच अब इस पूरे भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठना प्रारंभ हो गया है जिले के 5 अलग अलग समितियों के प्रबंधकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर जहाँ विवाद गहराता नजर आ रहा है वही जिले के एक ऐसा सेंटर कुसुमकसा जहां पर समिति प्रबंधक के पुत्र की नियुक्ति को लेकर पूरा विभाग व इस भर्ती प्रक्रिया को कटघरे में खड़ा कर दिया है वही इसको लेकर इस भर्ती में सर्वाधिक अंक पाकर मेरिट सूची के हकदार प्रार्थिया ने मामले की शिकायत बालोद कलेक्टर के नाम से की है तो वही अब मामले को लेकर वन मंडलाधिकारी द्वारा जांच टीम गठित कर मामले की जांच किये जाने की बात कही जा रही है।
इस पूरे मामले में ग्राम भर्रीटोला निवासी खिलेश्वरी पिता किशन लाल ने इस भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ बालोद कलेक्टर के नाम लिखित शिकायत करते हुए बताये कि उनके द्वारा प्राथमिक समिति मर्यादित कुसुमकता के रिक्त प्रबंधक पद के।लिए आवेदन समिति कार्यालय में स्वयं उपस्थित कर जमा किया है जिस आवेदन की पावती भी है जिसमे शिकायतकर्ता खिलेश्वरी ने बताया कि पात्र सूची से अनुक्रमांक 04 आवेदन क्रमांक 17 में दर्ज है लेकिन जब मेरिट सूची जारी किया उसमें उनका (खिलेश्वरी) का नाम नहीं है। जबकि 12 वीं में 74.20 प्रतिशत बीएससी में 73.61 प्रतिशत टीसीए कम्प्यूटर कोर्स 57.67 प्रतिशत है तथा तेन्दूपत्ता संग्रहण अहर्ता मे भी भर्ती नियमानुसार उनके द्वारा पूरे तीन वर्ष 2019 से 2021 तक 500 गड्डी(बंडल) पत्ता तोड़ाई किया है
लेकिन प्रबंधक समिति के चयन लिस्ट में मेरे(खिलेश्वरी) से कम अंक वाले का चयन कर मेरे (खिलेश्वरी) नाम को प्रतिक्षा सुची से हटा दिया गया है, जबकि नियमानुसार जिस आवेदक का नियुक्त किया गया है.भोज कुमार जिनके पिताजी वहा (कुसुमकसा)के प्रभारी प्रबंधक है जिसके कारण से वह आवेदक अपात्र होगा । तथा विभाग द्वारा मेरिट सूची में जिस व्यक्ति को रखा गया है वह व्यक्ति समिति प्रबंधक का पुत्र है इसलिए वह तेंदूपत्ता संग्राहक कैसे हो सकता है यही नही भर्ती नियमानुसार संग्राहक को 2019 से 21 तक किसी 2 वर्षो में 500 गड्डी तेंदुपत्ता तोड़ना भी आवश्यक है वही इस पूरे मामले में सूत्रों कि माने तो भोज कुमार द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार अपने तेंदुपत्ता संग्रहण में 2022 तक 500 गड्डी तेंदुपत्ता तोड़ने की जानकारी दिया हुआ जो भी भर्ती नियम के विरूध्द है
आपको बतादे इस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कुआँगोंदी के समिति अध्यक्ष, संचालक मंडल सदस्य सहित अन्य जनप्रीतिनिधि व कुसुमकसा समिति प्रबंधक भर्ती के आवेदनकर्ता इस भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सभी ने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर पुनः भर्ती प्रक्रिया को नए सिरे से कराने की मांग को लेकर बालोद वन मंडलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे लेकिन दिन भर इंतजार के बाद रात करीब 8 बजे बालोद वनमंडलाधिकारी से मुलाकात कर इस पूरे मामले की जानकारी दिए तथा मांग पूरी नही होने पर आगे कानूनी तथा सड़क की लड़ाई लड़ने की बात कहते नजर आए ।
क्या कहते है अधिकारी
वही बालोद वन विभाग में चल रहे इस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपो के बीच बालोद वनमंडलाधिकारी आयुष जैन से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर शुक्रवार शाम को उनके पास कुछ शिकायतें आई है जिसे जांच करने के लिए उनके द्वारा एक टीम बनाई गई जिसके लिए अतिरिक्त प्रबंध संचालक को जिम्मदारी दी गई है जांच के बाद मामले में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी तो वही जांच तक भर्ती पर रोक लगाने के सवाल पर डीएफओ आयुष जैन ने कहा कि मामले को लेकर उन्हें अभी आवेदन मिला है और दो दिन शासकीय अवकाश है सोमवार को आगे इस पर भी जांच के उपरांत निर्णय लिए जाएंगे
आपको बतादे बालोद वन विभाग अंतर्गत चल रहे इस भर्ती मामले में पीड़ितों व जनप्रतिनिधियों द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद प्रदेशरूचि की टीम ने भी मामले की पड़ताल की और मामले से जुड़े तथ्यों के आधार पर खबर प्रकाशन किया जिसके बाद प्रशासन में भी हरकत में आया और मामले पर अब जांच किये जाने की बात की जा रही है लेकिन देखना होगा पूरे मामले पर विभाग कब तक अपनी जांच पूरी कर पाती है तथा मामले पर आगे क्या कार्यवाही की जाती है आपको बतादे प्रदेशरूचि इस पूरे मामले पर आगे भी अपनी पड़ताल जारी रखेगी और मामले के हर तथ्यों सामने लाएगी।
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