बालोद-बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम देवारभाट में चोरों ने निर्माणाधीन मकान में रखी 12 क्वविंटल छड़ और 20 नग कालम प्लेट चोरी की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की, लेकिन 3 दिन बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं हैं।बालोद थाना क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग पर अब प्रश्न चिन्ह लग गया है। क्योकि चोरी की वारदात यहां थमने का नाम नहीं ले रहा है लगातार चोरी की वारदात से पीड़ित परेशान नजर आ रहे है।
चोरी के तीन बाद भी पुलिस ने नही की एफआईआर दर्ज
चोरों द्वारा चोरी किए गए सामानों की कीमत एक लाख 25 हजार रुपये बताई गई थी। इसकी लिखित सूचना शिक्षक हुमेन्द्र चन्द्राकर ने धटना के दूसरे दिन ही बालोद थाने में देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, किन्तु पुलिस द्वारा उन्हें शिकायत की पावती नही दी गई और न ही आज पयर्त चोरी जैसे संगीन मामले में अपराध दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार आमापारा बालोद निवासी शिक्षक हुमेन्द्र चंद्राकर का मकान देवारभाट में बन रहा है। यहां रखी करीब 12 किवंतल छड़ कीमत 80 हजार रुपये और 20 नग कालम प्लेट कीमत 45 हजार कुल 1लाख 25 हजार रुपये की चोरी हो गई। प्रार्थी हुमेन्द्र चंद्राकर ने 23 सितंबर को थाना में आवेदन प्रस्तुत कर अज्ञात चोरों पर कार्यवाही की मांग की। प्रार्थी ने बताया कि निर्माणधीन मकान में चौकीदार नियुक्त है। घटना 22 सितंबर की रात को चौकीदार रात में खाना खाने घर गया, उसी बीच छड़ की चोरी हो गई। चौकीदार ने चोरी की जानकारी सुबह शिक्षक हुमेन्द्र चंद्राकर को दी, जिसके बाद चंद्राकर ने बालोद थाना में शिकायत की।
कर्मचारियों व चौकीदार पर संदेह
मकान मालिक हुमेन्द्र कुमार चंद्राकर ने बताया कि मकान के सामने छड़ रखी थी। उसमें दो जगह ताला जड़ दिया गया था और उसकी चाबी निर्माणधीन मकान के अंदर थी। चोरों ने मकान के भीतर जाकर चाबी को निकाली और उससे छड़ में लगे ताले को खोलकर छड़ उठाकर ले गए। इसे देखते हुए मकान मालिक ने कहा कि किसी जानकर व्यक्ति ने ही चोरी की है। उन्होंने संदेह जताया है कि चौकीदार या निर्माणधीन मकान में काम करने वाले कर्मचारी चोरी की घटना मे शामिल हो सकते हैं। उनका कहना है कि एक दो नहीं बल्की एक टीम बनाकर चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में 3 दिन बाद भी एफआईआर दर्ज नही किया हैं।जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगी हैं।