बालोद-क्वार नवरात्र की तैयारी जिले के देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में युध्द स्तर पर चल रही है। वहीं जिले के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मां गंगा मैया सहित सिया देवी, कंकालिन व रानी माई आदि मन्दिरों में रंग-रोगन के साथ ज्योति स्थापना की तैयारी की जा रही हैं। इस बार नवरात्र 26 सितम्बर को प्रारभ हो रही हैं।जिसके कारण शहर के विभिन्न दुर्गोत्सव समितियों द्वारा पंडाल का निर्माण किया जा रहा हैं।वहीँ मूर्तिकार भी दुर्गा की प्रतिमाओ को रंग रोगन कर अंतिम रूप दिया जा रहा हैं।
गंगा मैया मंदिर में प्रतिदिन आचार्य व पंडितों द्वारा किया जाएगा शत चंडी यज्ञ,दुर्गा सप्तशती सस्वर पाठ
जिला मुख्यालय से तीन किमी दूर झलमला के गंगा मैया मंदिर में शारदीय नवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ 26 सितंबर को दोपहर 2 बजे 900 ज्योति कलश की स्थापना के साथ होगा। 3 अक्टूबर को दोपहर एक बजे हवन अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू होगा। 4 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे कलश विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी। नवरात्र में प्रतिदिन सुबह 7 बजे से वृन्दावन के आचार्य एवं सहयोगी पंडित शतचण्डी यज्ञ तथा दुर्गा शप्तशति सस्वर पाठ करेंगे। 3 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से महाअष्टमी पर कन्याभोज का होगा।
गंगा मैंय्या परिसर में 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक होंगे भागवत कथा
आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत गंगा मैया मंदिर परिसर में 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक रोज दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा होगी। कथाव्यास वृन्दावनधाम उत्तरप्रदेश के आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री होंगे। 30 सितंबर को रात 9 से 11 बजे तक नान्हे संगवारी जस एवं फाग परिवार भेन्ड्रा की संगीतमय झांकीयुक्त जसगीत की प्रस्तुति होगी। जिसमें महारावण वध का प्रसंग होगा। एक अक्टूबर को जय गुरुदेव मानस मंडली खुंदनी गुरूर के कीर्तनकार लीलाशरण साहू के श्रीमुख से संगीतमय श्री हरिकीर्तन आयोजित है।
रामधुनी मे दिखाई जाएगी आकर्षक झांकी
3 अक्टूबर को पूजा के फूल छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी खलारी के कलाकारों के माध्यम से पूजा के फूल प्रसंग पर नाचा एवं गम्मत की प्रस्तुति दी जाएगी। श्री दुर्गा नवमी के अवसर पर 4 अक्टूबर को दोपहर 2 से 4 बजे तक विशेष प्रस्तुति के रूप में संगी जहुरिया रामधुनी पार्टी बोहरा के कलाकार संगीतमय झांकीयुक्त रामधुनी की आकर्षक प्रस्तुति देंगे। जिसमें सीता हरण प्रसंग शामिल है। 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक शाम 7.30 बजे से रात 9 बजे तक माता सेवा गायन की प्रस्तुति होगी।
26 सितम्बर से शुरू हो रही नवरात्र
26 सितम्बर से नवरात्र शुरू हो रही है और जगह-जगह मन्दिरों में ज्योत जंवारा सहित मनोकामना ज्योति कलश स्थापना की जाएगी, तो वही जगह-जगह दुर्गा पंडालों में माता दुर्गा, सरस्वती व काली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए कलाकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
स्थापित होंगी दर्जन भर प्रतिमाएं
वहीं नगर के चण्डी मन्दिर, शीतला मन्दिर, दुर्गा मन्दिर, महामाया, ठाढ़ महामाया, कपिलेश्वर, मोखला मांझी व बंजारीधाम जुंगेरा में भी मनोकामना ज्योत जलाई जाएगी। यही नहीं दर्जन भर से अधिक दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी।
दे रहे दुर्गा प्रतिमाओं को अंतिम रूप
इधर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा माता दुर्गा को बिठाने के लिए कई विशाल व आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं। पंडाल बनाने की तैयारी में मन्दिर समिति के लोग लगे हुए हैं, तो कई जगह बाहर से भी पंडाल लगने वाले कलाकार आए हुए हैं।