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*आजीविका मिशन से जुड़े जिलेभर के 500 से अधिक महिलाओ को बीते एक साल से नही मिला मानदेय….31 लाख से ज्यादा का भुगतान अटका…अपने हक के पैसे के लिए भटक रहे महिलाओं ने क्या कहा..पढ़े पूरी खबर*

बालोद-राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत जिले के स्व सहायता समूहों के महिलाओं को सामाजिक अंकेक्षण ईकाई के द्वारा ऑडिट कार्य के उपरांत बीएसए /बीआरपी का 12 माह का लंबित वेतन लगभग 32 लाख रुपये देने की मांग को लेकर जिले के महिलाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेक्ट पहुचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। महिलाओं ने बताया कि भारत सरकार का राजपत्र सामाजिक अमेक्षण नियम 2011 अंतर्गत छत्तीसगढ़ सामाजिक इकाई का गठन 2014 में किया गया है वर्तमान में इकाई द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 के द्वारा 17 के तहत सामाजिक अंकेक्षण का कार्य किया जा रहा है जिसमें राज्य के महात्मा गांधी नरेगा के फूल वार्षिक बजट का 0.5 प्रतिशत राशि सामाजिक अंकेक्षण के लिए निधि आबंटन हैं जो कि पूर्णतः केंद्र के द्वारा है.

जिले में 32 लाख रुपये का वेतन भुगतान अटका

महिलाओं ने बताया कि छ.ग. सामाजिक अंकेक्षण इकाई बालोद के द्वारा समस्त बी.एस.ए./ पीआरपी 534 ग्राम पंचायतों का सामाजिक आरक्षण कार्य किया गया है। जिसके लिए लगभग 1336 ग्रामीण स्त्रोत द्वारा उक्त वर्ष में व्यक्तियों (मनरेगा मजदूर परिवार के सदस्य/स्वयं सहायता समूह की महिला) को रोजगार उपलब्ध कराया गया है । वित्तीय वर्ष 2021-22 के माह सितम्बर 2021 से माह मार्च 2022 तक किए गए सामाजिक अंकेक्षण कार्य में सम्मिलित ग्रामीण स्त्रोत व्यक्ति को लगभग 4 लाख 36 हजार 800 रूपये का भुगतान नहीं जा सका है।वही जिले में 500 से सदस्यों को लगभग 32 लाख रुपये वेतन का भुगतान नही किया गया हैं।


12 माह से वेतन नही मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रही जिले की महिलाएं

महिलाओं ने बताया कि भारत सरकार में महत्वपूर्ण योजना राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहयता समूहों के महिलाओं को सामाजिक अक्षण कार्य में जोड़कर ग्राम पंचायतों में ऑडिट कार्य पूर्ण करवाया गया। परन्तु 12 माह से वेतन नही मिलने के कारण हम समस्त बी.एस.ए./बी.आर.पी. कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है तथा जीवन निर्वहन में कठिनाईयां जा रही है, पी.एस.ए./बी.आर.पी कर्मचारियों के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।महिलाओं ने विषय की गंभीरता को देखते हुए समस्त पी. एस.ए./बी. आर. पी.का मानदेय भुगतान देने की मांग प्रशासन से किया हैं।ज्ञापन सौपने के दौरान तारणी साहू गुण्डरदेही, शीतल साहू,रागनी साहू,शिमा यादव,मालती ठाकुर,पामेश्वरी टंडन,हुलसी बाई, पेनिशा ,राकेश साहू,हेमचंद,डोमेन्द्र,डेमन पटेल,सहित जिले के अन्य सदस्य शामिल रहे।

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