बालोद-नशे से आजादी पखवाड़ा अभियान के तहत बालोद पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 15 किलो गांजा की तस्करी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया हैं।नशे से आजादी पखवाडा अभियान के तहत अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के रोकथाम हेतु पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग बी०एन० मीणा के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम के एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी गुरूर राजेश कुमार बागडे के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी गुरूर डॉ० भानूप्रताप साव व प्रभारी पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर उपनिरीक्षक शिशिर पाण्डेय के नेतृत्व में पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर की टीम गठित कर विशेष अभियान के तहत अवैध मादक पदार्थ गांजा के परिवहन में संबंधीत प्रकरण में सफलता हासिल की गई।
पुलिस ने बताता की 12 जून से से 26 जून तक बालोद पुलिस द्वारा नशा मुक्ति हेतु चलाये जा रहे नशे से आजादी पखवाडा अभियान के तहत पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर थाना गुरूर के पुलिस पार्टी द्वारा क्षेत्र में नशीले पदार्थ के परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए 19 जून को उप निरीक्षक शिशिर पाण्डेय के नेतृत्व में पुलिस की टीम एम०सी०पी० कार्यवाही हेतु टोलप्लाजा जगतरा रवाना हुआ था कि टोलप्लाजा पहुंचकर एमसीपी लगाकर वाहनों की चेकिंग कार्यवाही की जा रही थी उसी दौरान चारामा की ओर से आ रहे यामहा R15 मोटर सायकल बिना नंबर में सवार एक व्यक्ति एक बैग में कुछ भरकर आ रहा था जिसे संदिग्ध पाकर रोका गया, पूछताछ करने पर अपना नाम ईशदत्त मिश्र पिता श्याम बिहारी मिश्र उम्र 18 साल ग्राम बसुहार थाना सराय अकील जिला कोशाम्बी ( उ०प्र०) का रहने वाला बताया, बैग चेक करने पर टालमटोल करने लगा बैग में अवैध मादक पदार्थ गांजा होने की संदेह पर गवाहों के समक्ष संदेही व्यक्ति ईशदत्त मिश्रा एवं उसके पास रखे बैग को तलाशी लेने पर बैग के अंदर 04 नग छोटे-बड़े पैकेट खाकी रंग के टेप में लिपटा हुआ मादक पदार्थ गांजा कुल वजनी 15 किलो ग्राम जिसकी कीमत 3 लाख रूपये बताई जा रही हैं। घटना में प्रयुक्त यामहा R 15 मोटर सायकल बिना नंबर प्लेट किमती लगभग एक लाख रुपये कुल किमती 4 लाख रुपये को जप्त कर कब्जा पुलिस लिया जाकर थाना गुरूर में धारा-1 20 (ख) के धारा- 120(ख) NDPS ACT कायम कर एन. डी. पी. एस. एक्ट के प्रावधानों के अनुसार विधिवत कार्यवाही किया गया है। प्रकरण में आरोपी द्वारा घटना घटित करना प्रमाणित पाये जाने से आरोपियों की 19 जून को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया हैं। उक्त प्रकरण में पुलिस सहायता केन्द्र पुरूर प्रभारी उप निरी. शिशिर पाण्डेय, लिखन साहू, गुणेश यादव, सुरेश पटेल, डोमेन्द्र रावटे, संदीप यादव, किशोर साहू , जितेन्द्र सिन्हा की सराहनीय भूमिका रही।