बालोद- बालोद के आमापारा में स्वामी आत्मानंदअंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित करने से 50 वर्ष से अधिक समय तक संचालित हो रहे हिंदी माध्यम विद्यालय को एक वर्ष से बंद कर दिया गया हैं जिसके विरोध में वार्डवासियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर कक्षा 01 से 08वीं तक हिन्दी माध्यम विद्यालय को पूर्व की तरह संचालन करने की मांग किया हैं।वार्ड पार्षद योगराज भारतीय ने बताया कि आमापारा बालोद में पूर्व में हिन्दी माध्यम विद्यालय कक्षा 01 से 12वीं तक संचालित था, परंतु वर्तमान में उस स्थान पर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित हो रहा हैं । जिसके कारण हिन्दी माध्यम विद्यालय को बंद कर दिया गया है, जिससे इस क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 12, 13 एवं 14 के गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चों को बहुत अधिक भीड़ वाली 930 नेशनल हाइवें की सड़क को पार कर अन्य विधालयो पर शिक्षा प्राप्त करने हेतु जाना पड़ रहा है, जो उनकी सुरक्षा की दृष्टि से चिंताजनक हैं।
कक्षा पहली से आठवीं तक हिंदी माध्यम विद्यालय आमापारा में संचालित करने वार्डवासियों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
योगराज भारतीय ने बताया कि यह विद्यालय बहुत ही पुराने समय से संचालित रहा है, जिससे अनेक विद्यार्थी लाभान्वित हुये है तथा जिला व प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन किये हैं। समस्त क्षेत्रवासियों एवं जनप्रतिनिधियों की मंशा अनुसार आमापारा बालोद में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के साथ-साथ गरीब एवं मध्यम वर्ग के बच्चों के भविष्य को देखते हुए पुनः कक्षा 01 से 08वीं तक हिन्दी माध्यम विद्यालय संचालित कराने हेतु निर्देशित करने के साथ ही आमापारा बालोद में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में गरीब एवं मध्यम वर्ग के बच्चों को प्रवेश में प्राथमिकता दिये जाने हेतु निर्देशित करने की मांग मुख्यमंत्री से किया है।
बच्चों को हाइवे सड़क में आने जाने से बना रहेगा दुर्धटना की आशंका
वार्डवासियों ने बताया कि वर्तमान में छग शासन द्वारा आमापारा स्कूल में इग्लिश मीडियम स्कूल संचालन किया जा रहा हैं जिसका हम सभी पालको द्वारा स्वागत करते हैं, किंतु वर्तमान में संचालित हिंदी मीडियम स्कूल को शिकारीपारा व दूसरे स्थान स्थांतरित किया जा रहा है, जिस पर पालको ने आपत्ति दर्ज कराते हुए विरोध किया है, वार्डवासियों ने बताया कि हिंदी मीडियम स्कूल को शिकारीपारा स्थान्तरित करने पर छोटे छोटे बच्चों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा,उक्त मार्ग में हाईवे सड़क में मोटर गाड़ियों की आवाजाही दिन भर होती रहती है, जिसमे सड़क को पार करना बच्चों की बस की बात नही है, बच्चों को इस मार्ग में आने जाने से पालको को दुर्धटना का भय हमेशा बना रहेगा, पालको ने कहा कि हम अपने रोजी रोटी को छोड़कर बच्चों को लाना ले जाना नही कर सकते, वार्डवासियों ने उक्त समस्या को देखते हुए पूर्व में संचालित हिंदी मीडियम स्कूल को यथावत संचालित करने की मांग शासन प्रशासन से की हैं। ज्ञापन सौपने के दौरान विशाखा साहू,रामेश्वरी बंजारे,पद्मनी यादव,लोकेश्वरी साहू,चंद्रिका, जागेश्वरी देशमुख,पदमा सहित बड़ी सख्या में वार्ड वासी शामिल रहे।