बालोद-बालोद की ट्रैफिक पुलिस बेबस और लाचार दिख रही है। एक्सीडेंट के एक केस में धक्का मारने वाली कार की पहचान ट्रैफिक पुलिस नहीं कर पा रही है। ये सारे सवाल अनसुलझे हैं और शायद बालोद की ट्रैफिक पुलिस इन सवालों का जवाब तलाश भी नहीं कर पाए हैं।पहली बात यह कि इंदिरा चौक में लगी सीसीटीवी कैमरा लगा वो भी बंद है दरअसल, यह पूरा मामला एक सड़क दुर्धटना से जुड़ा है। 18 अप्रैल की रात इंदिरा चौक पर एक बड़ा एक्सीडेंट हुआ था। तेज रफ्तार वाली कार ने सामने से मोटरसाइकिल चालक को जोरदार धक्का मार दिया था। कार चालक अब तक फरार है, जबकि घटना को 3 दिन हो चुके हैं। पुलिस सीसीटीवी को खंगाल रही है। लेकिन शहर के अधिकांश स्थानों के सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हुए हैं। जिससे आरोपी को ढूंढने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ दर्ज किया मामला
जिला मुख्यालय के इंदिरा चौक के पास कार की टक्कर से बाइक सवार बालोद के एबीईओ विजय कुमार यादव घायल हो गए। जिन्हें शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलमांड के व्याख्याता आलोक कुमार शुकतेल व राहगीरों की मदद से 108 संजीवनी वाहन से जिला अस्पताल लाया गया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद नारायणा अस्पताल रायपुर में भर्ती कराया गया। जहां इलाज जारी है। अज्ञात कार चालक के खिलाफ बालोद थाने में धारा 279, 337 के तहत मामला दर्ज किया है।
तीन दिन बाद भी कार चालक को खोज नही पाई पुलिस
व्याख्याता शुकतेल ने बताया कि घटना 18 अप्रैल रात 9.30 बजे के आसपास की है। घटना की सूचना मिलने के बाद जब मौके पर पहुंचा तो विजय घायल अवस्था में था। बगल में बाइक क्षतिग्रस्त पड़ी थी। इस दौरान विजय ने मुझे बताया कि बाइक से स्टेट बैंक की ओर से पाररास घर जा रहा था। तभी विपरीत दिशा से आ रही अज्ञात कार के चालक ने टक्कर मार दी और फरार हो गया। इससे एबीईओ के कंधे की हड्डी, सीना के पास पसली टूट गई है।जिसका ऑपरेशन किया जाएगा। सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में भी अंदरूनी चोटें आई है। कार चालक अब तक फरार है, जबकि घटना को 3 दिन हो चुके हैं। पुलिस सीसीटीवी को खंगाल रही है। लेकिन शहर के अधिकांश स्थानों के सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हुए हैं। जिससे आरोपी को ढूंढने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
चौक में लगाए कैमरे बने शोपीस, सीसीटीवी कैमरे खराब
शहर में सुरक्षा की दृष्टि से पूर्व पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख के कार्यकाल में दल्ली तिराहे,नया बस स्टैंड,इंदिरा चौक, धड़ी चौक सहित अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इसके लिए पुलिस लाइन में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जहां से पूरे शहर की गतिविधि पर नजर रखी जा सकती थी लेकिन यह सीसीटीवी कैमरे कई महीनों से अधिक समय से खराब पड़े हैं। इसके चलते शहर में चोरी सहित अन्य दुर्धटनाए इन चौराहों पर लगाए गए कैमरों के सामने होने के बाद भी अपराधियों का पता नहीं हो पाता। इसकी वजह कैमरे खराब होना है। कई कैमरे तो क्षतिग्रस्त भी हो गए हैं। ऐसे में यदि कोई घटना हो जाती है तो पुलिस प्रशासन को खुद के कैमरों को छोड़ उक्त स्थानों के आसपास दुकानदारों या भवनों में लगे कैमरों को खंगालना पड़ता है, लेकिन कई बार दुकानों या भवनों के कैमरे काफी नीचे लगे होने या काफी दूर होने की वजह से घटना की जगह जानकारी नहीं लग पाती है और अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं।