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बालोद – बालोद जिले में कांग्रेस की दीवारें अब दरकती नजर आ रही है पहले पूर्व जिलाध्यक्ष ब्लाक अध्यक्षो के इस्तीफा के बाद अब वर्त्तमान पदाधिकारी पार्टी से इस्तीफा दे रहे है जिसके बाद अब कांग्रेस जिलाध्यक्ष के कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे है लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आक्रोश अब साफ तौर पर दिखने लगा है इस बीच गुंडरदेही विधानसभा के वर्तमान महामंत्री, जेवरतला परिक्षेत्र साहू समाज के अध्यक्ष,शाला प्रबंधन समिति जेवरतला के अध्यक्ष,पूर्व में बूथ कांग्रेस के अध्यक्ष, सेक्टर कांग्रेस के अध्यक्ष के पदों में सक्रिय रहकर कांग्रेस को मजबूत करने वाले देवरी ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री छक्कन साहू ने भी कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को भेजा दिया।
जिसकी प्रतिलिपि जिला कांग्रेस कमेटी बालोद अध्यक्ष को भी प्रेषित किया।गुंडरदेही विधानसभा में लगातार कॉग्रेस में इस्तीफे का दौर चल रहा है ज्ञात हो कि इससे पूर्व बालोद जिला कांग्रेस कमेटी के दो बार जिला अध्यक्ष रहे अभिषेक शुक्ला ने इस्तीफे की शुरुवात की।उसके बाद अर्जुन्दा ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रजनीकांत शर्मा और गुंडरदेही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुरेश साहू ने भी कार्यक्रताओं की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कांग्रेस छोड़ दिया था। देवरी ब्लॉक कांग्रेस के महामंत्री छक्कन साहू ने कहा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जिस पीड़ा को लेकर कांग्रेस पार्टी छोड़ी है वास्तव में वह मेरा और मेरे जैसे समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पीड़ा है । मैं स्वयं कई वर्षो से एक कांग्रेस कार्यकर्ता से लेकर बूथ अध्यक्ष,सेक्टर प्रभारी और अभी वर्तमान में महामंत्री – ब्लॉक कांग्रेस कमेटी देवरी का पदाधिकारी के नाते लगातार तन,मन,धन से पार्टी द्वारा दिये गए दायित्वों का पालन कर रहा था।और हर स्तर में कांग्रेस की मजबूती के लिए सदैव तत्पर रहा। छत्तीसगढ में कांग्रेस की सरकार बने इसके लिए मेरे जैसे हर कार्यकर्त्ता ने कड़ी से कड़ी मेहनत की थी l विपक्ष में रहते हुए पार्टी द्वारा आयोजित बैठक,धरना,आंदोलन,घेराव में ठंड,गर्मी और बरसात की भी परवाह नही की। परंतु दुर्भाग्य की बात है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही सरकार, कांग्रेस संगठन ने निष्ठावान और मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की स्थिति लिखो और फेको पेन जैसी कर दी है l इनका पार्टी में कोई स्थान नहीं रहा आज ऐसे चेहरे सरकार और संगठन में दिखते हैं जो विपक्ष में रहते कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों से अपने आप को अलग रखा करते थे उस समय इन लोगो के पास पार्टी के लिए समय नहीं था ये अवसरवादी लोग सरकार के मंत्रियों और विधायकों के करीबी हो गए और निष्ठावान कांग्रेस कार्यकर्ता काफी दूर हो गए l सरकार बनने के बाद कांग्रेस का कार्यकर्ता उपेक्षा और तिरस्कार झेल रहा है।कार्यकर्ता अपने एवं जनता की समस्याओं को लेकर मंत्री विधायक के चक्कर लगा रहे है।उनका कोई भी काम नही हो रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अब तो इतनी दयनीय स्थिति हो गई है कि जिस विधायक को उन्होंने जिस आशा और विश्वास से चुना था।उन कार्यकर्ताओ को सिर्फ निराशा हाथ लगी। कार्यकर्ताओ का सिर्फ शोषण हो रहा है। ब्लॉक महामंत्री छक्कन साहू ने सरकार के संसदीय सचिव और गुंडरदेही विधायक पर कहा कि विधायक के द्वारा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है और उनको अपमानित किया जा रहा है कार्यकर्ताओं का कोई काम नहीं करते। कांग्रेस जब विपक्ष में थी तब प्रदेश के बड़े नेतागण कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया करते थे।यदि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनती है तो बूथ के कांग्रेस कार्यकर्ताओ को महत्व दिया जाएगा,उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण सम्बधित विधायक द्वारा किया जाएगा।उनका सम्मान रहेगा।परन्तु कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई सारी बाते झूठी निकली।श्री साहू ने कहा गुंडरदेही क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विश्वास कांग्रेस के बड़े नेताओं के ऊपर से उठ गया।हजारो कार्यकर्ताओ की मेहनत से प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार बनी।पर कांग्रेस का कार्यकर्ता उपेक्षित है।कांग्रेस ऐसी पार्टी हो गई है जहाँ सिर्फ नेताओ की परिक्रमा करने वाले ही रह सकते है।और जिनको अपना मान सम्मान प्रिय है वो सभी लोग कांग्रेस छोड़ रहे है।आगे भी छोड़ते जाएंगे।क्योकि कांग्रेस का सच्चा सिपाही अपने सम्मान और इज्जत की परवाह करते है।कांग्रेस की इन सभी स्थितियों को देखकर मैंने भी कांग्रेस पार्टी छोड़ दी।