प्रदेश रूचि

ईदगाह मैदान में नमाज अदा कर मांगी खुशहाली और तरक्की की दुआ.. ईधर नपाध्यक्ष प्रतिभा ने छोटे छोटे बच्चो को गले लगाकर दी बधाईबालोद की नम्रता निर्मलकर ने इस मामले में समूचे प्रदेश में बढ़ाया बालोद का मान..क्या है पूरा मामला..पढ़े ये खबरBalod जिले के गंगा मईया मंदिर में 9 सौ आस्था का कलश हुआ प्रज्जवलित….9 दिनो तक माता आराधना के साथ होंगे ये कार्यक्रमसीएम साय ने एक साथ 50 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षाबलों को दी बधाई….बोले छत्तीसगढ़ में भय से भरोसे की ओर बदल रहा है बस्तरपीएम मोदी छत्तीसगढ़ दौरे पर… बिलासपुर के मोहभट्ठा में आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल…. 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण और भूमिपूजन


रायगढ़ विवाद मामला:- चौथे दिन भी तहसील कार्यालयों में लटका ताला..इन मांगों को लेकर तहसीलदारो द्वारा किया जा रहा आंदोलन

बालोद-रायगढ़ जिले में अधिवक्ताओं और नायाब तहसीलदार के बीच हुई मारपीट के मामले को लेकर कनिष्ठ अधिकारी सेवा संघ के बैनर तले जिले के तहसीलदार व नायब तहसीलदार सहित अन्य कर्मचारी रायगढ़ की घटना में शामिल सभी अधिवक्ताओं को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। इसमें समर्थन में 14 फरवरी, सोमवार से अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे हैं। राजस्व विभाग के अधीन नियोजित अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में काम नहीं कर रहे हैं। इसमें तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, कानूनगों, रीडर, नाजीर, लिपिक, चपरासी और अन्य कर्मचारी शामिल थे। कर्मचारियों की हड़ताल का बालोद जिले में व्यापक असर हुआ है। राजस्व न्यायालयों में कामकाज ठप हो गया। दीवानी मामलों की सुनवाई बंद हो गई है। कोर्ट केस को आगे के लिए टाल दिया गया है।

 

चौथे दिन भी तहसील कार्यालयों में लटका रहा ताला

चौथे दिन भी तहसील कार्यालयों में ताला लटका रहा ।हड़ताल के कारण जिले के सभी राजस्व न्यायलयों में नामांतरण, बंटवारा और भू- अर्जन से संबंधित मामले की सुनवाई बंद हो गई है। वहीं तहसीलदार, अतिरिक्त तहसीलदार या नायब तहसीलदार के अनुमोदन से जारी होने वाले जाति, निवास, आमदनी प्रमाण पत्र बनाने का काम भी बंद हो गया है। हड़ताल के कारण पटवारी और राजस्व निरीक्षक भी अपने मुख्यालय में नहीं बैठ रहे हैं। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

गुरुवार को भी जारी है आंदोलन

आरोपियों को गिरफ्तार करने के समर्थन में गुरुवार को भी आंदोलन जारी है। तहसीलदार, नायब तहसीलदार कर्मचारियों ने बालोद जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ की ओर से बताया गया है कि हड़ताल टालने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।जबकि इन न्यायालयों में सुनवाई को लेकर शहर व गांवों से पक्षकार पहुंचे हुए थे, लेकिन हड़ताल की खबर होने की बात सुनकर वे बैरंग लौट गए। ग्रामीणों ने बताया कि नायब तहसीलदार के पास जमीन के फावती के लिए पहुंचे थे। लेकिन तहसील कार्यलय में पहुचने के बाद तहसीलदार अनिश्चित कालीन हड़ताल में जानकरी मिली जिसके बैरंग वापस लौटना पड़ा। इसी तरह कई अन्य लोग पहुंचे थे, जो बैरंग लौट गए।

तीन सूत्रीय मांगे

छग कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संध के जिलाध्यक्ष परमेश्वर मंडावी ने बताया कि तीन सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से धटना को अंजाम देने वाले समस्त अपराधियो की गिरप्तारी किया जावे।सभी राजस्व न्यायालय में सुरक्षा हेतु 01-04 की गार्ड के साथ एक मोहरीर कि व्यवस्था किया जावे ताकि सभी राजस्व न्यायालयो में भयमुक्त वातावरण में कार्य संपादन किया जा सके।इस प्रकार की धटना की पुनरावृत्ति न हो यह सुनिश्चित किया जावे। अनिश्चित कालीन हड़ताल में छग प्रशासनिक सेवा संध के जिलाध्यक्ष परमेश्वर मंडावी,उपाध्यक्ष मनोज यादव,कोषाध्यक्ष विनय देवांगन, सचिव नितिन ठाकुर,रामरत दुबे,विनोद साहू,धर्मेश श्रीवास्तव, शिवेंद्र सिन्हा, राजश्री पांडेय,चाँदनी देवांगन, दीपिका देहारी,मनियुक्त पाटिल,नेहा धुवे सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!