बालोद- जिले में बीते वर्ष 2021 में दुष्कर्म के मामलों में पिछले दो वर्षों की तुलना में दुष्कर्म के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। वहीं दूसरे अपराधों के ग्राफ में 2020 की तुलना 2021 में भारी कमी आई है। अपराधिक प्रकरणों के निराकरण में पुलिस के लिए बीता साल मिलाजुला रहा। दूसरी ओर शहर में लगातार हुए चोरी की वारदातों से लोग परेशान रहे। चोरी के कई मामलों को पुलिस ने सुलझा लिया है, लेकिन चोरी के कई मामलों में चोर अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। जिले में 2020 में 2021 की तुलना में इस वर्ष अपराध का ग्राफ कम हुआ है, लेकिन बलात्कार , दहेज प्रताडऩा, अपहरण, नकबजनी के मामले बढ़े हैं। 2020 में कुल अपराध 3308 दर्ज किए गए थे और 2021 में 1720 दर्ज किए गए हैं। जिले में अपराध काफी कम हुए है , जिले के कोतवाली थाना बालोद से लेकर सभी 12 थानों में बीते साल 2021 में कम अपराध दर्ज हुए है।जिले के 12 थानों में कुल 01 हजार 720 अपराध दर्ज हुए हैं जिसमें से सबसे ज्यादा बालोद और दल्लीराजहरा थाना का है। यहां पर सालभर के भीतर 159-159 अपराध दर्ज हुए वहीं सबसे कम अपराध महामाया थाने में मात्र 02 मामले दर्ज हुए थे। इन थानों में छेडख़ानी, हत्या, चोरी, डकैती, बलात्कार, लूट व धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराध भी दर्ज किए गए है। पुलिस प्रशासन अपराध नियंत्रण के लिए सामुदायिक पुलिसिंग के जरिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं जिसके चलते सफलता मिल रही हैं।
2020 की तुलना में 2021 में कम हुए अपराध
पुलिस से मिले आंकड़े के मुताबिक 2020 में 22 हत्याएं हुई थी और 2021 में 10 हत्या के प्रकरण दर्ज किए गए हैं। वहीं बलात्कार के 2020 में 78 मामले दर्ज किए गए थे 2021 में 87 मामले ही दर्ज हुए हैं। वहीं चोरी के 2020 में 332 मामले दर्ज किए गए थे और 2021 में 177 मामले ही दर्ज किए गए हैं। जिले में तमाम जागरुकता अभियान के बाद भी दहेज प्रताडऩा के मामले के इजाफा हुआ है। 2020 में 12 मामले दर्ज किए गए थे और 2021 में 18 मामले दहेज प्रताडऩा के दर्ज किए गए हैं। थाने में अभी भी कई मामले पेंडिंग है।
बढ़ते अपराध का कारण नशा
औरअसहनशीलता लगातार बढ़ रहे अपराध और अपराध होने का एक बड़ा कारण नशा को माना जा रहा है। अधिकतर अपराध नशे की हालत, शक की बीमारी और असहनशीलता के कारण हुए हैं
सबसे ज्यादा बलात्कार की घटना
सालभर के भीतर एक जनवरी से 31 दिसंबर 2021 तक सबसे ज्यादा बलात्कार के 87, व हत्या के 10 प्रकरण दर्ज हैं। जिले के सभी थानों में हुए अपराध में लगभग सभी थानों में 8 0 फीसदी मामलों पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
बालोद और दल्ली थाना में सबसे ज्यादा 159-159 अपराध दर्ज
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्रदेशरूचि को मिली जानकारी के मुताबिक इस साल सबसे ज्यादा अपराध बालोद कोतवाली और दल्लीराजहरा थाना में दर्ज हुआ है। यहां साल भर में दोनों थानों में 159-159 मामलें दर्ज हुए हैं। इसी तरह गुरुर थाने में 151,डोंडीलोहारा थाने में 100 गुंडरदेही में 80 अपराध दर्ज किए गए हैं। जिले में सबसे कम अपराध महामाया थाने में 02, अजाक थाने में 05 है।जिले में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है। जिले में महिला संबंधित अपराध में बलात्कार, अपहरण, दहेज प्रताडऩा और छेडख़ानी के मामला दर्ज किए गए। जिले में दहेज के कुल 18 मामला, अपहरण के 11 और बलात्कार के 87 मामले शामिल है।
बालोद थाने में इन मामलों में आरोपी अब भी फरार
केस 1. ग्राम झलमला में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी राहुल भेड़िया के घर से अज्ञात चोरों ने नकद 2 हजार व साढ़े चार लाख के सोने व चांदी के जेवरात की चोरी की थी।
केस2. ग्राम कोहंगाटोला में पुनाराम कामड़े के घर से नकद 2500 रुपए व 40 हजार रुपए के मंगलसूत्र की चोरी हुई थी। आरोपी के खिलाफ धारा 380, 457 के तहत अपराध दर्ज करने के बाद कुछ नहीं हो पाया।
केस 3. ग्राम मालीघोरी में शिक्षक डोमार देशमुख के घर से लगभग चार लाख रुपए के जेवरात की चोरी हई थी। जेवरात के अलावा 25 हजार नकद भी गायब थे।
केस 4. ग्राम लाटाबोड़ बस स्टैंड के पास किराना दुकान से 28 जुलाई को अज्ञात चोर ने 12 हजार नकद और 13 हजार रुपए के सामान की चोरी कर ली थी।
केस 5. जिला कोर्ट बालोद में महिला के बैग से जेवरात सहित 26 हजार 600 रुपए की चोरी हो गई थी। इस मामले में भी आरोपी की अब तक पहचान व गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
साल 2021 में दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी
थाना – अपराध – हत्या – चोरी – बलात्कर
बालोद – 307 – 1 – 23 – 14
गुरुर – 280 – 2 – 27 – 15
डौंडीलोहारा – 179 – 1 – 25 – 8
देवरी – 145 – 0 – 8 – 8
राजहरा – 260 – 1 – 20 – 9
डौंडी – 109 – 1 – 11 – 4
महामाया – 9 – 1 – 1 – 2
रनचिरई – 107 – 1 – 9 – 8
गुंडरदेही – 169 – 0 – 30 – 5
अर्जुन्दा – 51 – 14 – – 6
सुरेगांव – 38 – 1 – 2 – 4
मंगचुवा – 44 – 1 – 7 – 4
अजाक- 0 – 0- 0
नोट-: साल भर के अपराधों का समाचार ….कृपया समाचार का स्क्रीनशॉट कर चोरी के अपराध को अंजाम न दे