धमतरी…..जिले के सिविल अस्पताल नगरी में सोनोग्राफी मशीन नहीं होने से लोगों काफी दिक्कत हो रही है…खासकर महिलाओं को जिन्हें जरूरत पड़ने पर अगर सोनोग्राफी करवाना होता है तो उन्हें धमतरी या फिर अन्य दूसरा जगह जाना पड़ता है… जिससे उन्हें पैसा और समय दोनों ज्यादा लग जाता है।फिरहाल मितानिन ट्रेनर ,समन्वयक और महिलाओं ने नगरी सिविल अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन की मांग की है… जिससे यहां के स्थानीय लोगों को सुविधा मिल सके और उनका सोनोग्राफी के बाहर आने – जाने में जो अतिरिक्त खर्च और समय लगता है उसका बचत हो सके…मितानिन बबिता साहू, हेमलता साहू ने बताया कि उनके द्वारा लगातार सोनोग्राफी का मांग करते आ रहे है… लेकिन उनकी मांग अब तक पूरा नहीं हो सका है…जबकि जनहित वाली मुद्दा है यदि नगरी में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध हो जाता है तो …इस क्षेत्र के लोगों के काफी सुविधा होगी और उनको सोनोग्राफी करवाने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा….बताया कि गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के धमतरी भेज दिया जाता है जिससे कई मर्तबा वाहन में आधे रास्ते बच्चे की डिलीवरी हो चुकी है…हम लोगों ने पहले भी और लगातार नगरी सीएससी में जल्द से जल्द सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे है…जिससे लोगों को सुविधा मिल सके बता दे कि नगरी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और यहाँ नगरी वनांचल से से इलाके भर से लोग अपने इलाज के नगरी अस्पताल में पहुँचते है… लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगरी में तमाम तरह की स्वास्थ्य सुविधा होने के बाद भी सोनोग्राफी की सुविधा नहीं होने से यहाँ लोगों सोनोग्राफी करवाने के लिए बाहर जाना पड़ता है…बता दे कि नगरी सिविल अस्पताल को अभी दो दिन पहले स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित कार्यक्रम के फाइनल असेसमेंट में 89 . 1% अंक हासिल कर पूरे प्रदेश नंबर वन बना जो प्रदेश के साथ – साथ जिले और क्षेत्र के बड़ी उपलब्धि है… वहीं पूर्व में भी कई अच्छे कार्यों के लिए सिविल अस्पताल नगरी को पुरस्कृत किया जा चुका है… बावजूद इसके यहाँ पर सोनोग्राफी की सुविधा ना होना क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी समस्या है…
*सोनोग्राफी को लेकर नगरी बीएमओ डॉ. डीआर. ठाकुर बोले…*
नगरी बीएमओ डॉ ठाकुर ने बताया कि सोनोग्राफी के लिए हम लोग शुरू से प्रयास कर रहे है… हमारे सीएमएचओ सर ने कहा है कि हमारे पास दो सोनोग्राफी है… एक हम दे देंगे लेकिन उसके लिए एक डॉ को ट्रेनिंग करवाना पड़ेगा जिसके लिए आदेश आ चुका है….जैसे ही हमको मेडिकल कॉलेज से परमिशन मिलेगा ट्रेनिंग के लिए हम उसको भेज देंगे और हमारे पास आ जायेगा…