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कोरोना से मौत के बाद अब मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि के लिए काटना पड़ रहा चक्कर…. हर दफ्तर में अलग अलग नियम से हितग्राही परेशान

बालोद- कोरोना से मौत पर मृतक के स्वजन को अनुग्रह राशि प्रदान किया जाना है। लेकिन जिले में कई मामले ऐसे हैं जिसमें मृतक का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकाल में किया गया है। लेकिन उनके पास कोरोना से मौत का प्रमाण पत्र नहीं है। कुछ ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें मृतकों की कोविड जांच के लिए कराई गई आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। ऐसे मामलों में मृतक के परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे हैं। जिले भर में ऐसे लोगों की संख्या 56 बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने 396 लोगो की मौत कोरोना से होने की जानकारी जिला प्रशासन को भेजी गई हैं।वही जिला प्रशासन द्वारा बालोद जिले मे 452 लोगो की मौत कोरोना से होने की मेडिकल बुलेंटिग जारी किया गया जिसमें राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा जारी किए आकड़ो में 56 का अंतर सामने आया है।56 मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना सबंधी उल्लेख नही होने से परिजनों को आवेदन जमा करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

मृतक की कोरोना गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्कार होने के बाद भी मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना उल्लेख नही

जिला प्रशासन द्वारा जारी मेडिकल बुलेंटिग के अनुसार बालोद 8 अक्टूबर की स्थिति में जिले में कोरोना से 452 से लोगों की मौत हुई है। कोरोनकाल में कोविड के लक्षण पर हुई मौत के आधार पर भी कई लोगों का कोविड प्रोटोकाल में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं कुछ ऐसे प्रकरण भी सामने आ रहे हैं। जिसमें मौत के बाद आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। ऐसे मामले में मृतकों के परिजनों के पास कोरोना से हुई मौत संबंधी प्रमाण पत्र नहीं है। सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा मृतक के स्वजन को 50 हजार रुपये अनुग्रह देने इन दिनों आवेदन लिया जा रहा है। लेकिन कोरोना से हुई मौत संबंधी प्रमाण पत्र नहीं होने के वजह से ऐसे लोगों के समक्ष भटकाव की स्थिति निर्मित हो रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे लोगों को आवेदन जमा करना जा रहा है। प्राप्त आवेदनों का परीक्षण प्रशासन द्वारा बनाई गई चार सदस्यीय कमेटी करेगी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस तरह के मामलों में मृत्यु प्रमाण पत्र के लेकर लोग रोजाना आवेदन लेकर आ रहे हैं। वही बालोद जिले के निवासियों की प्रदेश के अन्य जिलों में कोरोना से मौत हुआ है।जिसका बालोद जिला अस्पताल में कोई रिकार्ड नही है।मृतक के परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पिछले एक साल से अस्पतालों चक्कर लगाते थक चुके है।

राज्य और जिला प्रशासन द्वारा जारी आकड़ो की सख्या में अंतर का निराकरण करेगे जिला प्रशासन

मृतक के परिजनों से फार्म लेने के लिए शासन स्तर और जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा काउंटर की व्यवस्था किया गया है।जहाँ पर निर्धारित समय मे पहुचकर आवेदन कर सकेंगे।राज्य और जिला प्रशासन द्वारा जारी आकड़ो की बात है जहाँ तक आकड़ो में अंतर की बात है।उसका निराकरण जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा।

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