बालोद- बालोद वन परिक्षेत्र के ग्राम खल्लारी में बीती रात को हाथियों का झुंड देखा गया है। मिली जानकारी के अनुसार हाथी के झुण्ड में मौजूद हाथी का एक बच्चा 5 फिट गहरे खेत मे गिर जाने से पैर में मोच आने घायल अवस्था मे पाया गया । हाथी का बच्चा खेत मे धायल अवस्था मे होने की जानकारी शनिवार को ग्रामीणों ने वन विभाग को दिया गया।जिसके बाद वन विभाग की पूरी टीम धटने स्थल पर पहुचकर पूरे इलाके में ग्रामीणों की आवाजाही के बंद कर दिया गया। इस दौरान सीसीएफ शालिनी रैना सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
इलाज के बाद चलने लगा हाथी का बच्चा
साथ ही हाथी के बच्चे के इलाज के लिए बालोद व रायपुर के जंगल सफारी से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है। बालोद के पशु चिकित्सक डॉ सहारे ने धायल हाथी के बच्चे को ग्लोकोज की बोतलें चढ़ाई गई ।इसके साथ ही दवाई दी गई और बच्चे गुड़ खिलाया गया।डॉक्टरों की टीम ने हाथी के बच्चे को उठाने के लिए सहारा दिया जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद हाथी का बच्चा उठने के लिए प्रयास किया और उठ खड़ा हो गया और धान की खड़ी फसल में इधर उधर चलने लगा।हाथी का बच्चा चलने के कारण उक्त स्थल में मौजूद वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ग्रामीणों में थोड़ी देर के लिए इधर उधर भागते नजर आए।
खल्लारी के जंगल मे मौजूद है हाथियों का दल
हाथियों का झुंड खल्लारी के जगलो के आस पास होने की जानकारी सामने आ रही है।वही एक ग्रामीण ने बताया कि हाथी की आवाज बीती रात को सुने थे ।आज जब सुबह धान की फसल की निदाई करने खेत पहुचे थे तब हाथी का बच्चा धायल अवस्था मे इधर उधर हिल रहा था ।जिसके बाद हाथी का बच्चा खेत मे धायल अवस्था मे होने की जानकारी ग्रामीणों को दिया गया जिस पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दिया गया। खल्लारी के जंगल मे अब भी हाथियों का झुंड होने की जानकारी आ रही है। जिससे कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
सुबह सुबह हाथी का बच्चा धायल होने की सूचना मिली थी,बालोद, डोंडी और रायपुर के डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया गया।इलाज के बाद हाथी का बच्चा चलना प्रारभ किया है।इसके बाद भी हाथी के बच्चे को निगरानी में रखी जाएगी शालिनी रैना,सीसीएफ दुर्ग