छत्तीसगढ़ में लंबे समय से चल रहा राजनीतिक संकट अभी भी बरकरार है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंन्त्री टी एस सिंहदेव की मुलाकात के बाद भी राजनीतिक रस्साकशी खत्म होती नजर नही आ रही है। हालांकि दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात नही कर सके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल से मुलाकात की और राहुल गांधी के सामने जो मुद्दे रखे उन्ही को वेणुगोपाल के सामने भी दोहराया। करीब आधा घंटा चली मुलाकात के बाद भूपेश बघेल ने अंदर क्या चर्चा हुई इस बार बात करने से इनकार कर दिया। सोमवार से दिल्ली में राजनीतिक विवाद को हल करने की उम्मीद में भूपेश बघेल मायूस ही लौट गए है। दूसरी, तरफ मुख्यमंत्री के रयपुर रवाना होते स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने भी के सी वेणुगोपाल के घर दस्तक दे दी। टी एस सिंहदेव ने यहाँ पर भी अपने मुख्यमंत्री पद के दावे में समर्थन विस्तार से तथ्य के सी वेणुगोपाल के सामने रखे। हालांकि मुलाकात के बाद उन्होंने भी अंदर क्या बात हुई इस पर कुछ नही बोला। पत्रकारों के तीखे सवालों को भांपकर टी एस सिंगदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी, मुख्यमंत्री ने तो उनके परिजनों के कुशलक्षेम तक के बारे में बात की थी। दोनों में लगातार बातें होतो रहती है।
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने राहुल गांधी को राज्य के विधायक बृहस्पति सिंह विवाद, मंन्त्री अमरजीत सिंह के समर्थक दवारा नारेबाजी की घटना का भी जिक्र किया और इनके पीछे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हाथ होने का आरोप लगाया। वहीं, मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के सामने टीएस सिंहदेव के सभी आरोपो को खारिज कर दिया।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता राहुल गांधी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे, मगर कोई भी सोनिया गांधी से मिलने में कामयाब नहीं हो सका। सोनिया गांधी अपने स्वास्थ्य कारणों से जब तक बहुत जरूरी नहीं होता किसी से नही मिल रही है।
राजनीति के जानकारो का मानना है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही रस्साकशी अभी तक खत्म नहीं हुई। अभी भी दोनों नेता दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व के करीबी लोगों के जरिए अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगे। कुल मिलाकर स्थिति यह है कि रायपुर से दिल्ली तक अभी कुछ और दिनों के लिए हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा देखने को मिलेगा।