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खाद बीज की राजनीति.. पहले भाजपा अब कांग्रेस ने खेला खाद बीज का ट्रम्पकार्ड…लेकिन किसानों की समस्या जस का तस

बालोद-जिला मुख्यालय में शुक्रवार को टेक्सी स्टैंड में कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया। ये धरना प्रदर्शन प्रदेश में खाद की कमी के मुद्दे पर था। पूरे जिले में किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है। कांग्रेस का दावा है कि इसकी जिम्मेदार केंद्र की भाजपा सरकार है जो समय पर खाद की सप्लाई नहीं कर रही।इस दौरान कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सौपा है।

 
पिछले महीने तक 5.26 लाख टन खाद मिल पाई थी

 

कांग्रेसियों ने बताया खरीफ सीजन 2021 के लिए छ.ग. राज्य सरकार द्वारा 11.75 लाख टन रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति की मांग की गई थी। इसके विरुद्ध 7 जुलाई 2021 तक छत्तीगढ़ को मात्र 5.26 लाख मिट्रिक टन रासायनिक उर्वरक प्रदाय किया गया है। जो कि मांग का मात्र 45 प्रतिशत है। जिसके चलते सम्पूर्ण छ.ग. राज्य में रासायनिक खाद की भारी किल्लत बनी हुई है। बीते 6 वर्षों की तुलना में इस वर्ष खरीफ सीजन के लिए छ.ग. राज्य को अब तक रासायनिक उर्वरक की आधी अधुरी मात्रा ही मिल पाई है। यही वजह है कि राज्य में किसानों की मांग के अनुरूप रासायनिक उर्वरकों की पूर्ति में काफी दिक्कत हो रही है और खरीफ की खेती प्रभावित होने की स्थिति निर्मित हो गई हैं।

11.75 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार को भेजा डिमांड

कृषि संचालनालय छत्तीसगढ़ से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ 2021 सीजन के लिए केन्द्र सरकार को 11.75 लाख मिट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति के लिए डिमाण्ड भेजी गई थी। रासायनिक उर्वरक निर्माता कम्पनियों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य को 5.50 लाख टन यूनिया की मांग के विरूद्ध 2.32 लाख टन यूरिया की आपूर्ति की गई है, जो मात्र 42 फीसदी है। इसी तरह डी. ए. पी. खाद की 3.20 लाख मिट्रिक टन मांग के विरूद्ध अब तक 1.21 लाख टन खान प्रदाय की गई है, जो कि मांग का मात्र 38 प्रतिशत है। एन.पी.के. उर्वरक की 80 हजार मिट्रिक टन की मांग के बदले अब तक छत्तीसगढ़ राज्य के मात्र 48 हजार मिट्रिक टन एम.ओ.पी. उर्वक 75 हजार मिट्रिक टन के विरुद्ध 45 हजार मिट्रिक टन की आपूर्ति की गई है जो कि एन.पी.के. और एम.ओ.पी उर्वरक की मांग का मात्र 6 प्रतिशत है। अपर संचालक ने बताया की छत्तीसगढ़ राज्य के लिए 1.50 लाख मिट्रिक टन सिंगल सुररफास्फेट के मांग के विरूद्ध अब तक केवल 80 हजार मिट्रिक टन उर्वरक ही प्राप्त हुआ है जो कि मांग का मात्र 54 प्रतिशत है।


भाजपा भी कर चुकी है प्रदर्शन

खाद की किल्लत को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है। 26 जुलाई को भाजपा ने भी पूरे जिले भर के ब्लाक स्तर पर धरना देकर व राज्य सरकार के खिलाफ सोसायटियों में नगाड़ा बजाकर खाद की कमी तत्काल दूर करने की मांग उठाई थी। भाजपा विधायकों ने विधानसभा में भी खाद की कमी का मामला उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश की। उनका आरोप था, राज्य सरकार की बदइंतजामी के चलते खाद का यह संकट पैदा हुआ है। भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर खाद का कृत्रिम संकट पैदा करने का भी आरोप लगाया था। धरना प्रदर्शन में जिला काग्रेस अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर, पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा, शहर काग्रेस अध्यक्ष अनिल यादव,ब्लाक काग्रेस अध्यक्ष चन्देश हिरवानी, नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा,पुरुषोत्तम पटेल ,रामजी भाई पटेल,यज्ञदेव पटेल,कमलेश श्रीवास्तव, पद्मनी साहू,रतिराम कोसमा,धीरज उपाध्याय,ओमप्रकाश गजेंद्र,हसीना बेगम तिगाला,धर्मेंद्र रामटेके सहित बड़ी सख्या में कांग्रेसी शामिल रहे।

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